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लोक नृत्य

 

लोक नृत्य

भील नृत्य गवरी में लोकभाषा में कविता बोलने वाला पात्र है

(1) भौजाई

(2) नट

(3) झामट्या

(4) राया

(5) अनुत्तरित प्रश्न

Archives Department Recruitment - 2024 (Chemist)

Ans.(3)


निम्नलिखित में से कौनसा नृत्य "थाकना शैली" में किया जाता है?

(1) वालर नृत्य

(2) धाड़ नृत्य

(3) राई नृत्य

(4) ढोल नृत्य

(5) अनुत्तरित प्रश्न

[Sr. Teacher (Sanskrit Edu.Deptt.) Comp. Exam - 2024, Subject : G. K. and Educational Psychology]

Ans. 4


राजस्थान राज्य की 'आत्मा' ( लोक नृत्यों का सिरमौर) किस नृत्य को कहा जाता है?

(1) घूमर

 (2) इंडोली 

(3) तेरहताली 

(4) भवाई

[ जेल प्रहरी परीक्षा-2017] 

Ans. (1) 


राजस्थान का कौनसा लोक नृत्य केवल महिलाओं द्वारा किया जाता है - 

 (1) चंग नृत्य

(2) गैर नृत्य 

(3) ढोल नृत्य 

(4) घूमर नृत्य

[ राज. पुलिस कॉन्स्टेबल-7.11.2020 (1)]

Ans. (4) 


निम्न में से कौन-सा मात्र पुरुषों द्वारा किया जाने वाला नृत्य नहीं है - 

(1) गैर 

(2) ढोल 

(3) लूर 

(4) अग्नि 

[Asstt. Agr. Officer - 31.05.2019] 

Ans. (3) 


भारत के सबसे लोकप्रिय लोक नृत्यों में शामिल घूमर किस जनजाति द्वारा प्रारंभ किया गया था- 

(1) मीणा 

(2) सहरिया 

(3) भील 

(4) गरासिया 

[ राजस्थान पुलिस - 13.5.2022 (S-II), 14.05.2022] 

Ans. (3) 


किस त्योहार पर घूमर नृत्य का आयोजन होता है-

(1) दशहरा 

(2) गणगौर 

(3) तीज 

(4) दीपावली 

[Librarian Garde-III Exam 19.09.2020] 

Ans. (2) 


राजस्थान के एक पारंपरिक नृत्य का नाम क्या है, जो अधिकतर महिलाओं द्वारा लहरदार लंबे घाघरे और रंगीन दुपट्टे पहनकर किया जाता है, नृत्य में एक सम्मोहक लय होती है जो चरमस्थिति में पहुँचने तक गति पकड़ती जाती है?

(1) मयूर नृत्य 

(2) गैर 

(3) घूमर 

(4) बम

[ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-16.05.2022 (II)] 

Ans. (3)


घूमर लोक नृत्य को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए......... में राजस्थान में 'गणगौर घूमर नृत्य अकादमी' स्थापित की गई - 

(1) 1981 में 

(2) 1986 में 

(3) 1968 में 

(4) 1976 में 

[राज. पुलिस कॉन्स्टेबल- 07.11.2020 (II)] 

Ans. (2) 


राजस्थान राज्य का आधिकारिक नृत्य है-

(1) घूमर

(2) भवई 

(3) कठपुतली 

(4) गैर 

[III Grade (L-I) -25.2.2023]

Ans. (1) 

व्याख्या- घूमर नृत्य 'राज्य की आत्मा' कहलाने वाला यह नृत्य गुजरात के गरबा नृत्य से मिलता है। विशेषकर गणगौर त्योहार पर महिला नर्तकियाँ एक दूसरे का हाथ पकड़कर लयबद्ध कदम उठाती है। घूमर नृत्य के समय ढोलक के साथ मंजीरा आदि बहुतायत से बजाये जाते हैं। मछली नृत्य इस नृत्य का ही एक रूप है। यह नृत्य बाँसवाड़ा, बीकानेर, जैसलमेर, मेवाड़ आदि क्षेत्रों के भील आदिवासियों द्वारा किया जाता है। घूमर लोकनृत्य को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए गणगौर घूमर नृत्य अकादमी की स्थापना संतरामपुर की महारानी राजमाता गोवर्धन कुमारी ने 1986 में की थी। राजस्थान में घूमर के तीन प्रकार प्रचलित है -

★   घूमर - इसमें साधारण स्त्रियाँ भाग लेती है।

★   लूर - गरासिया जनजाति की स्त्रियों द्वारा किया जाने वाला । 

★   झूमरियो- बालिकाओं द्वारा किया जाने वाला।


चंग नृत्य राजस्थान के क्षेत्र से संबंधित है -

(1) शेखावाटी 

(2) डूंगरपुर 

(3) भरतपुर 

(4) दौसा 

[वनरक्षक- 11.12.2022(S-II)] 

Ans. (1) 


गींदड़ एवं चंग (पुरुषों का लोक नृत्य ) राजस्थान के लोक नृत्य एवं उसके प्रचलन क्षेत्र के   सम्बन्ध में निम्नलिखित में कौनसा युग्म सही नहीं है? 

(1) गींदड़ नृत्य - शेखावाटी 

(2) ढोल नृत्य- जालौर 

(3) बमरसिया नृत्य - बीकानेर 

(4) डांडिया नृत्य - मारवाड़ 

[RAS (Pre) Exam. 14 June, 2012] [वनरक्षक-11.12.2022 (S-I)] [Highcourt LDC Exam 2016] 

Ans. (3)

व्याख्या - मुख्य रूप में भरतपुर तथा अलवर के कुछ भाग में प्रचलित इस नृत्य में पुरुष कलाकार एक विशेष प्रकार के नगाड़े जिसे बम कहते हैं, को दोनों हाथों में स्थित दो मोटे डण्डों से बजाते हैं। फाल्गुन के महीने में नई फसल के आने के उपलक्ष्य में किये जाने वाले इस नृत्य के साथ रसिया गाना गाने के कारण इस नृत्य का नाम 'बम रसिया' पड़ गया है।


'बमरसिया नृत्य' प्रसिद्ध नृत्य है ?  

(1) अलवर - भरतपुर 

(2) जयपुर - अजमेर 

(3) जैसलमेर - बाड़मेर 

(4) उदयपुर - सिरोही

[CET - 5.2.2023 (II)] [ग्राम सेवक 18.12.16] [JEN (यांत्रिकी) डिग्री -13.12.2020] [VDO-27.12.2021 (S-II)] [क. वैज्ञानिक सहा. (प्रलेख) 22.9.2019]

Ans. (1) 


'बम' नृत्य जो अलवर-भरतपुर में प्रसिद्ध है । यहाँ 'बम' शब्द से क्या तात्पर्य है-

(1) नयी फसल 

(2) पुरुषों का समूह 

(3) भगवान शिव का उच्च स्वर 

(4) नगाड़ा 

[JEN (यांत्रिकी / विद्युत) डिग्री - 26.12.2020] 

Ans. (4)


निम्न में से कौनसा नृत्य बड़े नगाड़े की थाप के साथ किया जाता है? 

(1) अग्नि 

(2) गींदड़ 

(3) डांडिया 

(4) बम 

[III Grade (Punjabi) -28.02.2023] 

Ans. (4) 


'तेरहताली नृत्य' किस लोकदेवता को समर्पित है?

(1) गोगाजी 

(2) रामदेवजी 

(3) पाबूजी 

(4) देवनारायणजी

[III Grade Teacher-2009] [CET - 5.2.2023 (S-I)][वनपाल-06.11.2022 (S-II)][कनिष्ठ अनुदेशक (फिटर) - 23.3.2019][VDO-28.12.2021 (Shift-II)][ योगा एवं प्राकृतिक चिकित्सा अधिकारी - 10.0.2021]  [ जेल प्रहरी - 20-10-2018, S-III]

Ans. (2)


तेरहताली नृत्य का संबंध किस जाति से है ?

(1) भील 

(2) कामड़ 

(3) मीणा 

(4) कठौड़ी 

[कर सहायक परीक्षा -14.10.2018] 

Ans. (2) 


बाबा रामदेव की आराधना में किया जाने वाला नृत्य है? 

(1) कामड़ 

(2) तेरहताली 

(3) रिखीया 

(4) ढोल -

[ARO (Entomology) 28.8.2022] 

Ans. (2) 


तेरहताली लोक नृत्य भारत के किस राज्य से सम्बन्धित है?  

(1) बिहार 

(2) झारखंड 

(3) मणिपुर 

(4) राजस्थान 

[पशु परिचर-2.12.2024 (S-I)]

Ans. (4)


कौनसा नृत्य बैठी हुई मुद्रा में किया जाता है? 

(1) बमरसिया नृत्य 

(2) गवरी नृत्य 

(3) भवाई नृत्य 

(4) तेरहताली नृत्य 

[पशु परिचर-1.12.2024 (S-I)] 

Ans. (4) 

व्याख्या - तेरहताली नृत्य कामड़ जाति ( बाबा रामदेवजी के भोपे) की औरते सिर से पाँव तक विभिन्न स्थानों पर तेरह मंजीरे बाँधकर दोनों हाथों के मंजीरों से उन पर आघात करते हुए, विविध हाव-भाव के साथ नृत्य करती है। डूंगरपुर, पोकरण, डीडवाना में विशेष रूप से प्रचलित यह नृत्य मांगलिक अवसरों पर किया जाता है। तेरह मंजीरों की खनकती ताल पर नृत्य करने के कारण ही इस नृत्य को तेरहताली नृत्य कहा जाता है। यह नृत्य कामड़ जाति की महिलाओं के द्वारा रामदेवजी के मेले में किया जाता है, इसका उद्गम पादरला गाँव पाली में हुआ।


निम्न में से कौनसा नृत्य भीलों द्वारा होली के तीसरे दिन किया जाता है?  

(1) डाण्डिया 

(2) गेर 

(3) बालर 

(4) नेजा

[Police Constable-2006-07]

Ans. (4)

व्याख्या - यह नृत्य एक खेल नृत्य है जो होली के तीसरे दिन किया जाता है। इस नृत्य में एक खम्बे को भूमि में रोपकर उसके सिर पर नारियल रख दिया जाता है। खम्बे पर चढ़कर नारियल उतारने वाले पुरुष को खम्बे को घेरकर खड़ी स्त्रियाँ छड़ियों व कोड़ों से पिटती है।


प्रसिद्ध राजस्थानी 'गैर नृत्य' में भाग लेते हैं?

(1) केवल पुरुष 

(2) केवल महिलाएँ

(3) पुरुष एवं महिलाएँ

(4) केवल बच्चे

[S.1. -1998]

Ans. (1)


निम्नलिखित में से कौनसा नृत्य भीलों द्वारा होली पर किया जाता है? 

(1) वालर 

(2) गैर 

(3) डाण्डिया 

(4) नेजा 

[जेल प्रहरी 21-10-2018,Shift-III][राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-15.07.2018 (II)]

Ans. (2) 


'गैर नृत्य' किस त्योहार पर किया जाता है? -

(1) दीपावली 

(2) होली 

(3) मकर संक्रांति 

(4) रक्षाबंधन

[पशुधन सहायक 04.6.2022] [P.S.I.2011] 

Ans. (2) 


'गैर' नृत्य के समय पैरों में बांधी जाने वाली घुंघरूओं की पट्टी को कहा जाता है- 

(1) रमझोल

(2) रबाब 

(3) चंगु 

(4) मादल

[ARO-29.8.2022]

Ans. (1)  

व्याख्या -   गैर नृत्य मुख्यतः फाल्गुन मास में भील पुरुषों द्वारा किया जाने वाला नृत्य है। मुख्य रूप से मेवाड़ तथा बाड़मेर क्षेत्र में किये जाने वाले इस नृत्य में सर्वप्रथम पुरुष एक वृत्त में हाथ में डण्डे लेकर खड़े हो जाते हैं। गोलाकार खड़े पुरुष शहनाई की धुन पर नाचते हुए आपस में डण्डें टकराते हैं। इस नृत्य में गैर खेलने वाले को गैरिए कहा जाता है। यह होली के दूसरे दिन से प्रारम्भ होता है तथा 15 दिन तक चलता है। ढोल, बांकियां, थाली आदि वाद्ययंत्रों के साथ हाथों में डण्डा लेकर किया जाता है। 

मेवाड़ के गैरिए नृत्यकार सफेद अंगरखी, धोती व सिर पर केसरिया पगड़ी धारण करते हैं जबकि बाड़मेर के गैरिए सफेद ओंगी (लंबी फ्रॉक) और तलवार के लिए चमड़े का पट्टा धारण करते हैं। 

गैर के अन्य रूप हैं- आंगीबांगी (लाखेटा गांव), गैर नृत्य (मरुप्रदेश), तलवारों की गैर नृत्य (मेवाड़-मेनार गांव)। 

यह मुख्यत: भील जाति की संस्कृति को प्रदर्शित करता है। 'कणाना' बाड़मेर का प्रसिद्ध गैर नृत्य है ।

चमड़े की पट्टी पर बहुत सारे छोटे-छोटे घुँघरू सिले होते हैं, जिन्हें दोनों पैरों पर नृत्य करते समय घुटनों तक बाँधा जाता है, इसे ही रमझोल कहते हैं। होली पर गैर नृत्य करने वाले एवं उदयपुर जिले में भील लोग चक्राकार नृत्यों में इसका प्रयोग करते है । 


भीलों द्वारा विवाह के अवसर पर किया जाने वाला   नृत्य क्या कहलाता है? 

(1) गबरी 

(2) गैर 

(3) हाथीमना 

(4) नेजा 

[P.S.I. Exam, 2011]

Ans. (3)


भीलों के किस नृत्य में नकली स्पर्धा जन्य युर प्रदर्शित किया जाता हैं?

(1) बागड़िया 

(2) गैर

(3) हाथीमना 

(4) नेजा 

[ARO-27.8.2022] 

Ans. (3) 

व्याख्या - हाथीमना विवाह के अवसर पर भील पुरुष द्वारा जमीन पर घुटने टेककर बैठकर तलवार को घुमाते हुए नृत्य करना।


गरासियों द्वारा किया जाने वाला नृत्य है:-

(1) वालर 

(2) शंकरिया 

(3) घुड़ला 

(4) पनिहारिन 

[जेल प्रहरी 20-10-2018][ III Grade Teacher-2009] [पटवार 23.10.2021 ( Shift-II)] [ कर सहायक 14.10.2018 ] [III Grade (Sanskrit) - 27.02.2023] [ संरक्षण अधिकारी 29.05.2019] | कनिष्ठ वैज्ञानिक सहायक (रसायन) 14.9.2019] [Assistant Engineer - Civil - 21.05.23] 

Ans. (1)


'वालर नृत्य' किसके द्वारा किया जाता है? 

(1) स्त्री 

(2) पुरुष 

(3) स्त्री व पुरुष 

(4) कोई नहीं 

[REET (Level - II, S-1 ) - 24.07.2022] 

Ans. (3) 


गरासियों द्वारा किए जाने वाले किस नृत्य में वाद्ययंत्रों का प्रयोग नहीं होता है?  

(1) वालर 

(2) शंकरिया 

(3) वागड़िया 

(4) घुड़ला 

[वनरक्षक - 13.12.2022(S-II)] [PTI (Gr.-II)-30.4.2023][पटवार- 2011] [ACF & FRO - 18.2.2021]

Ans. (1) 


वालर नृत्य किस जनजाति का नृत्य माना जाता है ?

(1) सहरिया 

(2) गरासिया 

(3) कालबेलिया 

(4) भील 

[IInd Grade Spc. Edu. 2017][ मूल्यांकन अधिकारी- 23,8.2020][ पशुधन सहायक- 21.10.2018] [II Grade Teacher-2011] [E.O. 2007, R.A.S. 1999][कनिष्ठ वैज्ञानिक सहायक (भौतिक) 21.9.2019]

Ans. (2) 


गरासिया जनजाति की नृत्य शैली है -  

(1) गवरी 

(2) लूर 

(3) बम 

(4) तेरहताली 

[RAS-5.8.2018]

Ans. (2)


व्याख्या-लूर : यह नृत्य मुख्यतः मेले व शादी के अवसर पर गरासिया जाति की लूर गौत्र स्त्रियों द्वारा किया जाता है।  वालर सिरोही और आबू के इर्द-गिर्द गरासिया जनजाति द्वारा किये जाने वाले इस नृत्य में दो अर्धवृत होते हैं। बाहर के अर्धवृत में पुरुष व अन्दर के अर्धवृत में महिलाएँ नृत्य करती है। नर्तक हाथों में तलवारें, तीर, धनुष आदि लेकर विवाह अथवा त्योहार के अवसरों पर बगैर किसी वाद्ययंत्र के साथ यह नृत्य करते हैं।


'कूद' नृत्य किस जनजाति का है ? 

(1) भील जनजाति का 

(2) मीणा जनजाति का 

(3) कथौड़ी जनजाति का 

(4) गरासिया जनजाति का 

[ पटवार- 2011] 

Ans. (4)

व्याख्या - कूद  गरासिया स्त्रियों व पुरुषों द्वारा पंक्तिबद्ध होकर बिना वाद्य के किया जाने वाला नृत्य ।


गींदड़ नृत्य किस अवसर पर किया जाता है?  

(1) होली 

(2) विवाह 

(3) नवरात्रि 

(4) गणगौर 

[ग्राम सेवक परीक्षा, 2008]

Ans. (1)


साधू, शिकारी, सेठ-सेठानी, दूल्हा-दुल्हन आदि किस नृत्य के प्रमुख स्वांग है ?  

(1) ढोल नृत्य 

(2) अग्नि नृत्य 

(3) चंग 

(4) गींदड़ नृत्य 

[REET L-II, 16.10.2021]

Ans. (4) 


शेखावाटी क्षेत्र से सम्बन्धित नृत्य है ?

 (1) घूमर 

(2) गींदड़ 

(3) घेर 

(4) तेरहताली 

[R.A.S. Pre 1999, E. O. 2007, बी. एस.टी.सी. २००८][जेल प्रहरी परीक्षा 20-10-2018, Shift -II]

Ans. (2) 


नृत्य रूप जो केवल पुरुषों द्वारा किया जाता है-

(1) शंकरिया 

(2) लुंबर 

(3) गींदड़ 

(4) चरकुला 

[Asst. Testing Officer 27.07.2021] 

Ans. (3) 


'गीन्दड़' नृत्य का संबंध किस स्थान से है?  

(1) मारवाड़ 

(2) शेखावाटी 

(3) ढूंढाड़ 

(4) बागड़ 

[Grade GK-21.12.2022] [1] Grade GK ( संस्कृत शिक्षा) - 19.2.2019] [PSI - 13.9.2021] [महिला पर्यवेक्षक (Non-TSP ) - 29.11.2015 | [EO & RO- 14.05.2023 (S-II)]

Ans. (2)


निम्न में से राजस्थान के किस लोक नृत्य में डंडों से नृत्य करते हुए विभिन्न प्रकार के चरित्रों के स्वांग करते हैं?  

(1) गैर 

(2) गींदड़ 

(3) चंग 

(4) डांडिया 

[II Grade (Sans..) - 12.2.2023 (S-I)]

Ans. (2)

व्याख्या - गींदड़ नृत्य शेखावाटी क्षेत्र में होली के अवसर पर किया जाने वाला यह पुरुषों का लोकनृत्य है। इस नृत्य में विभिन्न प्रकार के स्वांग करते हैं, उनमें मुख्यतः साधू, शिकारी, सेठ-सेठानी, डाकिया डाकन, दूल्हा-दुल्हन, सरदार, पठान, पादरी, बाजीगर, जोकर, शिव-पार्वती, पराक्रमी योद्धा, राम, कृष्ण, काली आदि है।

इस नृत्य में नर्तक पैरों में घुंघरू व हाथों में डण्डिए लिए हुए गोल घेरे में खड़े रहते हैं। इस घेरे के बीच नगाड़ा लिया हुआ एक युवक खड़ा रहता है। जैसे-जैसे नर्तक आगे बढ़ता है, नगाड़े की ध्वनि तीव्र से तीव्रतम होती जाती है और उसी के अनुरूप नर्तकों की गति बढ़ती जाती है।


राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र में किस त्योहार का पुरुष संगीत का एक उपकरण जो चंग कहलाता है, बजाते हुए घेरे में नृत्य करते हैं?  

(1) विवाह 

(2) होली 

(3) तीज 

(4) दिवाली 

[पशु परिचर-2.12.2024 (11)]

Ans. (2) 

व्याख्या - चंग नृत्य  ढूंढाड़ी व शेखावाटी क्षेत्र में होली के अवसर पर पुरुषों द्वारा किया जाता है। इस नृत्य में प्रत्येक पुरुष के पास एक चंग होता है और वह उसे लयबद्ध तरीके से बजाता हुआ वृत्ताकार सामूहिक नृत्य करता है।


अग्नि नृत्य का प्रारम्भ एवं आयोजन मुख्यतः किया जाता है?  

(1) धौलपुर 

(2) बाँसवाड़ा 

(3) बीकानेर 

(4) दौसा 

[Police Const.-2007] [II Grade (Hindi) Exam. 2011][स्कूल व्याख्याता (Phy. Edu.) - 21.10.2022][जेल प्रहरी परीक्षा 21-10-2018, Shift-II]

Ans.(3)


'अग्नि नृत्य' का उद्गम किस स्थान से हुआ ?

(1) कतरियासर 

(2) आहोर 

(3) बोरूंदा 

(4) रुणेचा 

[II Grade (S-I) -29.1.2023] 

Ans. (1) 


जसनाथी पंथ के किस प्रकार के नृत्य की उत्पत्ति बीकानेर के कतरियासर गाँव में हुई थी ?

 (1) घुड़ला 

(2) चांग 

(3) बम 

(4) अग्नि 

[Asst. Town Planner- 16.06.2023]

Ans. (4) 


कौन-सा नृत्य जसनाथी संप्रदाय के अनुयायीयों द्वारा किया जाता है- 

(1) अग्नि नृत्य 

(2) घूमर नृत्य 

(3) बम नृत्य 

(4) ढोल नृत्य 

[कृषि पर्यवेक्षक परीक्षा 03.03.2019] 

Ans. (1) 


अग्नि नृत्य करने वाला धार्मिक सम्प्रदाय कौनसा है?  

(1) लालदासी 

(2) जसनाथी 

(3) विश्नोई 

(4) नाथ 

[PTI(Grade-III)-25.9.2022][सूचना सहायक परीक्षा-2013j [CET -4.2.2023 (S-I) ] [ II Grade GK 24.12.2022] [II Grade (Sans.) -12.02.2023 (S-II)]

Ans. (2) 

व्याख्या - अग्नि नृत्य  का उद्गम बीकानेर केकतरियासर में हुआ। यह नृत्य बीकानेर के जसनाथी सम्प्रदाय के सिद्ध जाटों द्वारा जलते हुए अंगारों पर किया जाता है।


निम्न में से कौनसा नृत्य राजस्थान के कालबेलियों का नहीं है- 

(i) शंकरिया 

(2) चरी 

(3) पणिहारी 

(4) इण्डोणी 

[पटवार 24.10.2021 ( Shift-II)][E.O.- 2007]

Ans. (2)


चरी लोक नृत्य मुख्य रूप से राजस्थान के किस जिले में किया जाता है ? 

(1) किशनगढ़ 

(2) अलवर 

(3) जयपुर 

(4) जोधपुर 

[ PSI (मोटर वाहन) - 12.02.2022] 

Ans. (1) 


फल्कूबाई किस नृत्य से सम्बन्धित है- 

(1) भवाई 

(2) चरी 

(3) कालबेलिया 

(4) तेरहताली 

[PTI - 2015] [CET -4.2.2023 (S- II)] [CET : 07.01.2023 (S-1)] 

Ans. (2) 


'चरी नृत्यांगना' कौन है - 

(1) मांगी बाई

(2) फल्कू बाई

(3) गुलाबो 

(4) तीजन बाई 

[House Keeper 9.7.2022] 

Ans. (2) 


राजस्थान में गुर्जर (गुज्जर) समुदाय की महिलाओं द्वारा किया जाने वाला कौनसा नृत्य उनके दैनिक जीवन में पानी इकट्ठा करने की कला चित्रित करता है?  

(1) चरी 

(2) घूमर 

(3) गवरी 

(4) तेरहताली 

[ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल- 02.07.2022] [ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल - 14.07.2018 (1)]

Ans. (1) 


राजस्थान का कौनसा समुदाय चरी नृत्य करता है?  

(1) भील 

(2) गुर्जर 

(3) बंजारा 

(4) कामड़ा 

[ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल - 14.05.2022]

Ans. (2) 

व्याख्या - चरी नृत्य गुर्जर जाति की महिलाओं का प्रसिद्ध नृत्य है। इस नृत्य में नर्तक चरी (कलश) जिसमें से आग की लपटें निकलती रहती है, को सिर पर रखकर नृत्य करते हैं। इस नृत्य में ढोल, थाली, बाँकिया आदि वाद्ययंत्रों का प्रयोग किया जाता है। किशनगढ़ ( अजमेर) की फल्कूबाई इस नृत्य की प्रसिद्ध नृत्यांगना है।


नृत्य जो केवल पुरुषों द्वारा किया जाता है-

 (1) कत्थक 

(2) घूमर 

(3) कच्छी घोड़ी 

(4) तेरहताली 

[II Grade (Sanskart) Exam. 2011] [ जेल प्रहरी -27-10-2018, Shift-1][ पटवार- 24.10.2021 (S-1)]

Ans. (3)


कच्ची घोड़ी नृत्य करते हैं -

(1) केवल पुरुष 

(2) केवल महिलाएँ 

(3) पुरुष व महिलाएँ साथ 

(4) केवल घोड़े 

[Agriculture Officer : 29.1.2013] 

Ans. (1) 


वाद्य यंत्र, जो कच्छी घोड़ी नृत्य में बजाया जाता है-  

(1) कामायचा 

(2) अलगोजा 

(3) झाँझ 

(4) सुरनाई 

[VDO-27.12.2021 ( Shift-I)]

Ans. ( 3 ) 


'कच्छी घोड़ी' है - 

(1) सामुदायिक नृत्य 

(2) व्यावसायिक नृत्य 

(3) उत्सव नृत्य 

(4) पूजा नृत्य 

[Asst. Agriculture Officer : 29.01.2013] 

Ans. (2) 


'कच्छी घोड़ी' नृत्य के संदर्भ में कौनसा / कौनसे कथन सत्य हैं?  

1. यह एक महिला प्रधान नृत्य है। 

2. यह राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र से आरम्भ हुआ। 

3. विशेषतः विवाह के अवसर पर किया जाता है। 

4. यह नृत्य शाहजहाँ के शासनकाल में शुरू हुआ था।

(1) 1 और 2 

(2) 2 और 3 

(3) 3 और 4 

(4) 1 और 4 

[ वनरक्षक- 13.12.2022 (S-I)]

Ans. (2) 


'कच्छी घोड़ी' नृत्य किस अवसर से संबंधित है-  

(1) नवरात्र 

(2) होली 

(3) तीज 

(4) विवाह 

[CET (10+2) 22.10.2024 (S-II)][ पशु परिचर-1.12.2024 (S-II)]

Ans. (4) 


शेखावाटी और कुचामन के किस लोक नृत्य में ढोल या ड्रम वाद्ययंत्र का प्रयोग होता है- 

(1) अग्नि नृत्य 

(2) घुड़ला नृत्य 

(3) डांडिया नृत्य 

(4) कच्छी घोड़ी नृत्य 

[पशु परिचर-1.12.2024 (S-II)] 

Ans. (4) 

व्याख्या- कच्छी घोड़ी: शेखावाटी क्षेत्र में प्रचलित पुरुषों द्वारा किया जाने वाला व्यावसायिक नृत्य जो बाँस और कागज से बनी घोड़ी के कारण कच्छी घोड़ी नृत्य कहलाता है। इस लोकनृत्य के साथ ताँशे, झाँझ और खड़ताल पहनकर सरगड़ा जाति के लोग बजाते हैं।


कौनसा 'मेव लोक नृत्य है', जिसमें स्त्री व पुरुष दोनों भाग लेते हैं- 

(1) लूर नृत्य 

(2) गैर नृत्य

(3) चरी नृत्य

(4) रणबाजा नृत्य 

[II Grade Teacher-2010] 

Ans. (4)

व्याख्या रणबाजा व रतवई नृत्य मेवात के अलवर क्षेत्र की मेव जाति में प्रचलित विशेष नृत्य।


‘रतवाई' लोकनृत्य संबंधित है - 

(1) हाड़ौती क्षेत्र 

(2) मेवाड़ क्षेत्र 

( 3 ) मालवा क्षेत्र 

( 4 ) मेवात क्षेत्र 

[ VDO-27.12.2021(S-II)]

Ans. (4) 


राजस्थान का शंकरिया नृत्य किससे संबंधित है ? 

(1) तेरहताली 

(2) सहरिया 

(3) भील 

(4) कालबेलिया 

[RAS-28.08.2016][जेल प्रहरी - 28-10-2018, Shift-II][II Grade (S-II) -29.1.2023] 

Ans. (4)

व्याख्या - कालबेलियों के नृत्य - युगल : इण्डोणी, शंकरिया, पणिहारी, स्त्रियों द्वारा बागड़िया।   प्रसिद्ध नृत्यांगना-गुलाबो (अजमेर)   । 


कौनसा युगल नृत्य है-  

(1) चरी 

(2) गींदड़ 

(3) शंकरिया नृत्य 

(4) मांदल नृत्य 

[VDO-27.12.2021 (Shift-I)]

Ans. (3) 


सुमेलित नहीं है- 

(1) राई नृत्य भील 

(2) वालर नृत्य गरासिया 

(3) पणिहारी नृत्य - डामोर 

(4) शंकरिया नृत्य - कालबेलिया 

[JEN (Mech.) Degree 16.10.2016]

Ans. (3) 


द्विचक्री नृत्य क्या हैं? 

(1) विवाह के अवसर पर भील पुरुषों एवं महिलाओं द्वारा घेरा बनाकर किया जाने वाला नृत्य । 

(2) फाल्गुन में भील पुरुषों द्वारा किया जाने वाला नृत्य । 

(3) नाटिका के रूप में मंचित किया जाता है। 

(4) इनमें से कोई नहीं ।

[पटवार परीक्षा-2011] 

Ans. (1)


कौनसा नृत्य सहरिया जनजाति द्वारा नहीं किया जाता है -

(1) झेला नृत्य 

(2) द्विचक्री नृत्य

(3) शिकारी नृत्य  

(4) बिछवा नृत्य 

[वरिष्ठ कम्प्यूटर अनुदेशक - 19.06.2022]

Ans. (2) 

व्याख्या - द्विचक्री : यह नृत्य मुख्य रूप से भील जाति विवाह के अवसर पर करती है। इस नृत्य में दो चक्र पूरे होने के कारण ही इसे द्विचक्री नृत्य कहा जाता है।


निम्न में से कौन-सा नृत्य होली से सम्बन्धित नहीं है?

 (1) चंग 

(2) गींदड़ 

(3) पणिहारी 

(4) गैर 

[II Grade (Science) 2011] [महिला पर्यवेक्षक 06.012019]

Ans. (3)

व्याख्या - पणिहारी  युगल नृत्य पणिहारी गीत  पर आधारित है।


नृत्य शैली, जो गरासिया जनजाति से सम्बन्धित नहीं है- 

(1) वालर 

(2) मांदल 

(3) गवरी 

(4) लूर

[ पुलिस उपनिरीक्षक परीक्षा 07.10.2018]

Ans. (3)  


किस लोक नृत्य में 'पुरिया' को नृत्य का मुख्य पात्र माना जाता है- 

(1) वालर 

(2) राई  

(3) मांदल 

(4) भवाई 

[Assistant Professor- 22.9.2021]

Ans. (2)


निम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य है?

(1) गींदड़ नृत्य शेखावाटी क्षेत्र से संबंधित है। 

(2) कच्छी घोड़ी में नकली घोड़ों का प्रयोग सम्मिलित है। 

(3) राई और बुडिया कालबेलिया नृत्य के मुख्य पात्र हैं। 

(4) तेरहताली नृत्य कामड़ जनजाति की महिलाओं द्वारा किया जाता है।

[राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-14.07.2018 (1)] 

Ans. (3) 


गवरी लोक नृत्य मूलतः सम्बन्धित है-

 (1) गरासिया 

(2) कालबेलिया 

(3) कंजर 

(4) भील 

[II Grade - 30.07.2023 (S-II)] [II Grade GK -31.10.2018]

Ans. (4) 


भीलों के 'गवरी' नृत्य का अन्य नाम है-

(1) गैर 

(2) राई 

(3) गवगौरी 

(4) पुरिया 

[ योगा एवं प्राकृतिक चिकित्सा अधिकारी 10.3.2021] 

Ans. (2)


'राई नृत्य' सम्बन्धित है -  

(1) जसनाथी 

(2) भील 

(3) गुर्जर 

(4) माली 

[Librarian Gra-11-02.08.2020]

Ans. (2) 


निम्नलिखित में से कौनसा लोक नृत्य भीलों में लोकप्रिय हैं?

(1) गींदड़ 

(2) चंग 

(3) गवरी 

(4) ढोल 

 [CET - 11.2.2023 (S-II)] 

Ans. (3)

व्याख्या- गवरी  भीलों द्वारा सावन-भादो में किया जाने वाला यह नृत्य नाटक के रूप में प्रस्तुत किया जाता है, इसे राई नृत्य भी कहा जाता है। राई और बुडिया / पुरिया (शिव) गवरी नृत्य के मुख्य पात्र हैं। मुखौटा प्रधान इस नृत्य के मुख्य पात्र शिव-पार्वती होते हैं। सर्वप्रथम राई बुडिया को नृत्य स्थल पर लाया जाता है, शिव त्रिशूल को जमीन में गाड़ दिया जाता है फिर त्रिशूल के चारों और आठ-नौ कलाकार मुखौटा पहनकर हाथों में तीर, धनुष, तलवार, बर्छा आदि धारण कर यह नृत्य करते हैं।


छिद्रित मटका जिसमें दीपक जलता है' किस नृत्यकी विशेषता है ? 

(1) गरबा 

(2) घुड़ला 

(3) वालर 

(4) चरी नृत्य 

[II Grade Teacher - 28.10.2018 ] 

Ans. (2)


घुड़ला नामक नृत्यशैली का सम्बन्ध राजस्थान के किस शहर से है ? 

(1) जोधपुर 

(2) जयपुर 

(3) उदयपुर 

(4) भीलवाड़ा 

[ उद्योग प्रसार अधिकारी- 22.08.2018] 

Ans. (1) 


निम्न में से कौनसा राजस्थानी लोक नृत्य केवल स्त्रियों द्वारा ही राजस्थान में प्रदर्शित किया जाता है-  

(1) डांडिया 

(2) बम 

(3) घुड़ला 

(4) चंग 

[Stenographer-15.10.2024]

Ans. (3)


मारवाड़ के प्रसिद्ध घुड़ला उत्सव ( घुड़ला नृत्य ) की शुरुआत जोधपुर के किस शासक के काल में हुई? 

(1) राव मालदेव

(2) राव जोधा 

(3) राव रणमल 

(4) राव सातल 

[JEN (Electric) Diploma - 18.05.2022] 

Ans. (4) 

व्याख्या - - घुड़ला नृत्य यह जोधपुर का प्रसिद्ध लोकनृत्य है । औरतें घी व तेल माँगने के लिए एक छिद्रित घड़े, जिसमें दीपक जल रहे होते हैं, को लेकर चलते हुए यह नृत्य करती है। इस नृत्य की शुरुआत 1490 के दशक में जोधपुर के राव सातल के काल में ( घुड़ले खाँ द्वारा अपहरण की गई गणगौर पूजन करती 140 कन्याओं को छुड़ाकर घुड़ले खाँ का सिर काटने की घटना घुड़ला उत्सव के रूप में मनाई गई ) हुई।


थान शैली का संबंध जिससे है -  

(1) इण्डोणी 

(2) ढोल नृत्य 

(3) शंकरिया 

(4) भवाई 

[Asst. Jailer- 15.3.2016]

Ans. (2)


निम्न में से कौनसा लोक नृत्य जालौर जिले का प्रतिनिधित्व करता है ? 

 (1) ढोल 

(2) चंग 

(3) गींदड़ 

(4) बम

[Asst. Statistical Officer-8.7.2022]

Ans. (1) 

व्याख्या - ढोल नृत्य मुख्य रूप से मारवाड़ के इलाके ( भीनमाल - जालौर, सिवाना - बालोतरा ) में सरगड़ा व ढोली जाति के पुरुषों द्वारा सांचलिया सम्प्रदाय में शादी के अवसर पर किये जाने वाले इस नृत्य में ढोल के साथ-साथ थाली भी बजायी जाती है। ढोलों का मुखिया ढोल को थाकना शैली में बजाता है व नर्तक कलाकार तलवार को दाँतों से पकड़कर अन्य चमत्कारिक कृत्यों से नृत्य करते हैं।


प्रसिद्ध राजस्थानी लोक-नर्तकी गुलाबो का सम्बन्ध है? 

 (1) घुड़ला 

(2) बागड़ीया 

(3) पनिहारी 

(4) कालबेलिया 

[पटवार-23.10.2021 (Shift -1)][S1 Exam, 1996]

Ans. (4)


प्रसिद्ध राजस्थानी लोक - नर्तकी गुलाबो का सम्बन्ध है?  

(1) घुड़ला 

(2) बागड़ीया 

(3) पनिहारी 

(4) कालबेलिया 

[पटवार 23.10.2021 ( Shift -1 ) ] [ S. I. Exam, 1996]

Ans. (4)

व्याख्या - गुलाबो (गुलाबी सपेरा) : देश-विदेश में अपने अनूठे नृत्य का जादू बिखेरने वाली गुलाबो कोटड़ा गाँव के सपेरा परिवार में 1969 में जन्मीं । इन्होंने कालबेलिया नृत्य को विश्व रंगमंच पर प्रतिष्ठा दिलाई। कालबेलिया नृत्य को 2010 में यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में सम्मिलित किया गया है। कालबेलिया नृत्य में डफली, खंजरी, मोरचंग और घुरालियो एवं ढोलक आदि वाद्ययंत्रों की सहायता से धुन तैयार करते हैं।


राजस्थान का कौनसा नृत्य रूप 2010 में यूनेस्को (UNESCO) की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में सम्मिलित किया गया है- 

(1) गींदड़ 

(2) कालबेलिया 

(3) भवाई 

(4) कच्छी घोड़ी 

[REET, 11 Feb. 2018] [ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल- 08.11.2020 (1)] 

Ans. (2) 


किस लोक नृत्य में डफली, घुरालियो, खंजरी और   पुँगी वाद्ययंत्रों का प्रयोग किया जाता है-

(1) गैर 

(2) कालबेलिया 

(3) कच्छी घोड़ी 

(4) अग्नि नृत्य 

[VDO-28.12.2021 ( Shift-II)]

Ans. (2) 


राजस्थान के विभिन्न लोक नृत्य रूपों के बारे में निम्नलिखित में से कौनसा कथन सही नहीं है- 

(1) बम नृत्य अलवर और भरतपुर क्षेत्र का एक प्रसिद्ध नृत्य है। 

(2) वर्ष 2022 में यूनेस्को ने वालटर नृत्य शैली को अपनी अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर में शामिल किया था। 

(3) जसनाथी पंथ का अग्नि नृत्य रूप बीकानेर के कतरियासर गाँव में उत्पन्न हुआ। 

(4) घुड़ला नृत्य केवल महिलाओं के लिए किया जाता है। 

[LDC-11.08.2004] 

Ans. (2) 


कालबेलिया नृत्य कला रूप को यूनेस्को की अमूर्त विरासत सूची में किस वर्ष में सम्मिलित किया गया था? 

(1) 2008 

(2) 2009 

(3) 2010 

(4) 2011 

[CET-G (S-II)- 27.09.2024] [छात्रावास अधीक्षक-30.08.2024] 

Ans. (3) 


निम्नलिखित लोक नृत्यों में से किस एक में   घूंघट वाली   महिलाएँ पीतल की प्लेट या ग्लास के किनारों पर अपने पैरों को संतुलित करते हुए और अपने सिर पर आठ से नौ पीतल के घड़े या मिट्टी के बर्तन साधते हुए घूम-घूम कर चक्कर लगाते हुए नृत्य करती हैं?

 (1) भवाई 

(2) गैर 

(3) घूमर 

(4) चरी 

[राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल - 15.05.2022 (II), 16.05.2022 (11)]

Ans. (1)


भवाई लोकनृत्य से संबद्ध है -  

(1) फाल्कू बाई 

(2) शांती देवी 

(3) कृष्णा व्यास छंगाणी 

(4) मांगी बाई 

[JEN (Civil) - 12.09.2021]

Ans. (3) 


तारा शर्मा किस नृत्य की प्रसिद्ध कलाकार हैं ?

(1) भवाई 

(2) तेरह ताली 

(3) कच्छी घोड़ी 

(4) गैर

[वनरक्षक-12.12.2022 (S-I)]

Ans.(1)


कौन प्रसिद्ध भवाई नर्तक था ? 

(1) दयाराम 

(2) मनोहरलाल 

(3) मिश्रीलाल 

(4) रामलाल 

[ Protection Off. - 28.1.2023] 

Ans. (1) 


राजस्थान के उदयपुर क्षेत्र में कौनसा लोक नृत्य अधिक प्रसिद्ध है?  

(1) ढोल नृत्य 

(2) बमरसिया 

(3) कालबेलिया 

(4) भवाई 

[पशु परिचर-3.12.2024 (S-II)]

Ans. (4) 

व्याख्या - भवाई नृत्य  मेवाड़ क्षेत्र में आदिवासियों द्वारा किये जाने वाले इस लोकनृत्य में नृत्य की मुद्राएँ क्षण - प्रतिक्षण बदलती रहती है। सिर पर सात-आठ मटके रखकर नृत्य करना, गिलासों पर नाचना, थाली के किनारों पर नृत्य करना, तलवारों की धार पर नृत्य करना, कांच के टुकड़ों पर नृत्य करना आदि इसकी विशेषता है। अपनी चमत्कारिता के लिए प्रसिद्ध है। इस नृत्य में शंकरिया, सूरदास, लोड़ी, बीकाजी व ढोला-मारू नाच प्रसिद्ध है। जोधपुर की पुष्पा व्यास ( भवाई नृत्य की प्रथम महिला कलाकार), कलजी, कुसुम, द्रोपदी, सांगीलाल सांगड़िया (बाड़मेर), रूपसिंह शेखावत, कृष्णा व्यास छंगाणी, तारा शर्मा, स्वरूप पंवार (बाड़मेर), दयाराम भवाई नृत्यकार है।


पेजण नृत्य किस क्षेत्र से संबंधित है? 

(1) हाड़ौती 

(2) मारवाड़ 

(3) बागड़ 

(4) मेवाड़ 

[ जेल प्रहरी - 2017] 

Ans. (3)

व्याख्या - पेजण नृत्य बागड़ क्षेत्र (डूंगरपुर, बाँसवाड़ा) में लोकप्रिय पुरुषों का नृत्य है। यह दीपावली के अवसर पर किया जाने वाला नृत्य है।


मुगल सम्राट शाहजहाँ के समय से ही प्रसिद्ध 'नाहर नृत्य' की खेलने की परम्परा कहाँ प्रचलित हैं?

 (1) चौमू 

(2) किशनगढ़ 

(3) चाकसू 

(4) माण्डल 

[CET : 08.01.2023 (S-II ) ] [ Patwar Main 24.12.16]

Ans. (4)

व्याख्या - माण्डल (भीलवाड़ा) में शाहजहाँ के शासनकाल से होली के तेरह दिन पश्चात् रंग तेरस पर 'नाहर नृत्य' आयोजित होता है।


लांगुरिया नृत्य होते हैं -  

(1) श्रीनाथजी मंदिर 

(2) कैला देवी मंदिर 

(3) खाटू श्यामजी मंदिर 

(4) जीणमाता मंदिर 

[द्वितीय श्रेणी अध्यापक 01.05.2017] [JEN (विद्युत) डिप्लोमा - 29.11.2020]

Ans. (2) 


कैला देवी मंदिर में कौनसा नृत्य किया जाता है?  

(1) अग्नि 

(2) डांडिया 

(3) लांगुरिया 

(4) ढोल 

[पशु परिचर-1.12.2024 (S-1)]

Ans. (3)

व्याख्या - लांगुरिया  करौली में स्त्री-पुरुष समूह द्वारा किया जाने वाला यह नृत्य प्रायः देवी के समक्ष चैत्र नवरात्र में नफीरी व नौबत वाद्ययंत्रों के साथ किया जाता है।


नाथद्वारा के डांग नृत्य में निम्न वाद्य यंत्र का प्रयोग किया जाता है?

(1) ढोल 

(2) मांदल 

(3) थाली
(4) उपर्युक्त सभी

[JEN (Agri.) 10.09.2022]

Ans. (4)

व्याख्या - डांग नृत्य स्त्री तथा पुरुषों का एक युगल नृत्य है जो नाथद्वारा में विशेष रूप से होली पर किया जाता है। इसमें पुरुष भगवान श्रीकृष्ण व स्त्री राधा का रूप धारण कर नृत्य करते हैं। डांग नृत्य में ढोल, मांदल, थाली आदि वाद्य यंत्रों का प्रयोग किया जाता है।


आदिवासी क्षेत्रों में 'इन्द्र' को रिझाने के लिए महिलाएँ हाथ में हथियार लेकर कौनसा नृत्य करती हैं-  

(1) विछवा 

(2) धाड़ 

(3) गोडी 

(4) लेंगी 

[शोध अध्येता परीक्षा-04.08.2024]

Ans. (2) 

व्याख्या - वागड़ क्षेत्र में आदिवासी महिलाओं द्वारा हाथों में हथियार लेकर 'धाड़ नृत्य' करती हैं। पुरुषों को यह नृत्य देखना वर्जित है।


निम्नलिखित में से कौनसा नृत्य जनजाति नृत्य नहीं है-  

(1) वालर 

(2) गवरी 

(3) मांदल 

(4) घूमर 

[Veterinary Officer - 02.08.2020]

Ans. (4) 

व्याख्या - वालर एवं मांदल - गरासिया, गवरी - भील जनजाति के नृत्य हैं। 


कौनसा युग्म सुमेलित नहीं है -  

(1) वालर - गरासिया 

(2) गवरी - भील 

(3) चरी - सांसी 

(4) तेरहताली - कामड़ 

[AEN-30.06.2024]

Ans. (3) 

व्याख्या -   चरी नृत्य  गुर्जर जाति का प्रसिद्ध नृत्य 


सुमेलित कीजिए - 

a. मारवाड़                           1. ढोल नृत्य 

b. शेखावाटी                       2. बम नृत्य

c. जालौर                             3. डांडिया नृत्य

d. अलवर-भरतपुर         4. गींदड़ नृत्य

(1) a-1, b-2, c-3, d-4 

 (2) a-4, b-3, c-2, d-1 

(3) a-3, b-4, c-1, d-2 

(4) a-3, b-2, c-4, d-1 

[Archivist-03.08.2024] 

Ans. (3) 


सुमेलित कीजिए

(A) गरासिया समुदाय            (1) गवरी नृत्य

(B) गूजर समुदाय                   (2) सांग नृत्य

(C) भील समुदाय                     (3) चरी नृत्य

(D) सहरिया समुदाय             (4) मांदल नृत्य

कूट : (A) (B) (C) (D)                 (A) (B) (C) (D)

       (1) 2         1          4          3            (2) 4         3          1           2

      (3) 1        3          2          4          (4) 3          2         4           1

[सांख्यिकी अधिकारी- 20.12.2021]

Ans. (2) 


सुमेलित कीजिए   -

(A) चरी नृत्य                            (1) कालबेलिया

(B) रणबाजा नृत्य                 (2) मेव

(C) शंकरिया नृत्य                 (3) गुर्जर

(D) चकरी नृत्य                     (4) कंजर

कूट :   (A) (B) (C) (D)                (A) (B) (C) (D)

        (1) 1        2         3         4              (1) 2       3          1         4 

        (1) 1        3         2         4              (1) 3       2          1         4 

[वनरक्षक-13.12.2022(S-I)]

Ans. (4)  


सुमेलित कीजिए -  

A. ढोल नृत्य                       1. अलवर-भरतपुर

B. बम नृत्य                          2. जालौर

C. राई नृत्य                         3. डूंगरपुर - बाँसवाड़ा

(1) A-1, B-2, C-3

(2) A-2, B-1, C-3

(3) A-3, B-2, C-1

(4) A-3, B-1, C-2

[ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-15.07.2018(1)]

Ans. (2) 


नृत्य- जाति को सुमेलित करें   

(A) राई                        (1) गूजर

(B) मांदल                 (2) कामड़

(C) चरी                       (3) भील

(D) तेरहताली           (4) गरासिया

कूट : (A) (B) (C) (D)                     (A) (B) (C) (D) 

      (1) 4          2         3        1              (2) 3          4        1          2 

      (3) 1          3        4        2              (4) 2           1        3        4

[ कृषि अधिकारी- 19.1.2021]

Ans. (2) 


लोकनृत्य-क्षेत्र में कौनसा सुमेलित नहीं है- 

(1) गींदड़ - शेखावाटी 

(2) बम - भरतपुर

(3) ढोल - जालौर  

 (4) गैर - मेवात 

[संगणक परीक्षा-19.12.2021]

Ans. (4) 


शिकारी लोकनृत्य किस जनजाति से सम्बन्धित है?  

(1) सहरिया 

(2) गरासिया 

(3) मीना 

(4) कचौड़ी 

[III Grade (Sanskrit) -27.02.2023]

Ans. (1) 


'बिंदौरी' लोक नृत्य है-  

(1) किशनगढ़ 

(2) जयपुर 

(3) जोधपुर 

(4) झालावाड़ 

[JEN Degree - 16.10.2016]

Ans. (4)


 

राजस्थान के लोक नृत्यों का वर्गीकरण

 

क्षेत्रीय नृत्य

 

व्यावसायिक नृत्य

 

जातीय नृत्य

 

जनजातीय नृत्य

 

     ढोल - जालौर क्षेत्र (पुरुष)

     चंग - शेखावाटी (पुरुष)

     बम - भरतपुर, अलवर (पुरुष)

     डांडिया-मारवाड़ (पुरुष)

     शंकरिया-मेवाड़ (पुरुष)

     ढिग्गीपुरी का राजा-टोंक (पुरुष)

     गैर-मेवाड़, बाड़मेर (पुरुष)

     अग्नि-कतरियासर, बीकानेर (पुरुष)

     बैरव-ब्यावर (पुरुष)

     गरबा-बांसवाड़ा, डूंगरपुर (स्त्री)

     खारी-मेवात क्षेत्र (स्त्री)

     लूंबर-जालोर क्षेत्र (स्त्री)

     इंडोणी-मारवाड़ (स्त्री)

     घुड़ला-जोधपुर (स्त्री)

     झूमर-हाड़ौती (स्त्री)

     छतरी-मारवाड़ क्षेत्र (स्त्री)

     लांगुरिया-करौली (मिश्रित युगल)

     डग-नाथद्वारा (मिश्रित युगल)

     नाहर - भीलवाड़ा

     बिंदोरी-झालावाड़

     चरकुला भरतपुर

     भवाई-मेवाड़ (पुरुष)

     कच्ची घोड़ी-शेखावाटी (पुरुष)

     तेरहताली-जैसलमेर (मिश्रित युगल)

 

 

     कालबेलिया

     बागड़िया (स्त्री)

     इंडोणी (युगल)

     शंकरिया (युगल)

     पनिहारी (युगल)

     गुर्जर

     चरी (स्त्री)

     मेव

     रणबाजा (स्त्री)

     रतवाई (युगल)

     भाट

     बलदिया (पुरुष)

     रम्मत (युगल)

     नट

कठपुतली (पुरुष)

     भील

     गवरी/राई-मेवाड़ (पुरुष)

     घूमरा (स्त्री)

     गैर नृत्य-मेवाड़ (पुरुष)

     नेजा-मेवाड़ (युगल)

     द्विचक्की - (युगल)

     युद्ध (पुरुष)

     हाथीमना (पुरुष)

     गरासिया

     मांदल (स्त्री)

     मोरिया (पुरुष)

     जवारा, गौर (युगल)

     कूद-मेवाड़ (मिश्रित युगल)

     वालर-मेवाड़ (मिश्रित युगल)

     कथोड़ी

     मावलिया (पुरुष)

     होली (युगल)

     सहरिया

     शिकारी (पुरुष)

     सहैणी (पुरुष)

     लीला (युगल)

     बेदिनी (पुरुष)

     इंद्रपुरी (पुरुष)

     कंजर

     धाकड़ (पुरुष)

     मीणा

     रसिया (युगल)

     नेजा (युगल)

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