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राजस्थान मंदिर

मंदिर
मंदिर महा-मारु शैली का प्रचलन किसके शासनकाल में हुआ? 

(1) गुर्जर-प्रतिहार के

(2) मिहिर भोज के 

 (3) राजसिंह के 

 (4) राजा भोज के

[II Grade (Social Study) Exam. 2011] [कॉलेज व्याख्याता (इतिहास) - 2016] [ अन्वेषक सीधी भर्ती परीक्षा - 27.12.2020] 

Ans. (1)


आभानेरी तथा राजौरगढ़ के कलात्मक वैभव किस काल के हैं ? 

(1) गुर्जर-प्रतिहार 

(2) चौहान 

(3) गुहिल-सिसोदिया

(4) राठौड़ 

[क. अनुदेशक - 10.09.2022][II Grade - 31.10.2018][CET :8.1.2023 (S-I)][ सहायक सांख्यिकी अधिकारी - 27.5.2019]

Ans. (1)


दधिमति माता का मंदिर स्थित है-

(1) कंसुआ (कोटा)

(2) ओसियाँ (जोधपुर) 

(3) गोठ-मांगलोद (नागौर) 

(4) पीपलूद (बाड़मेर) 

 [JEN (Civil) Diploma - 18.05.2022] 

Ans. (3)


आउवा का कामेश्वर मंदिर किस काल की कला का प्रतिनिधित्व करता है - 

(1) गुप्तकालीन 

(2) गुर्जर-प्रतिहार कालीन 

(3) चौहान कालीन 

(4) परमार कालीन 

[ खाद्य सुरक्षा अधि. 25.11.2019] 

Ans. (2) 


राजस्थान के निम्नलिखित मंदिरों में से गुर्जर-प्रतिहार काल में निर्मित मंदिरों को चुनिए- 

(1) आहड़ का आदिवराह मंदिर 

(2) आभानेरी का हर्षतमाता का मंदिर 

(3) राजोरगढ़ का नीलकंठ मंदिर 

(4) ओसियाँ का हरिहर मंदिर

कूट :-

(1) 1, 2, 3 और 4 

(2) 2 और 4

(3) 1, 2 और 4

(4) 1 और 4

[ RAS-28.08.2016] 

Ans. (1) 


निम्नलिखित में से कौनसे मन्दिर गुर्जर प्रतिहार शैली के हैं?

(1) चित्तौड़ के किले में स्थित समाधीश्वर मन्दिर 

(2) गोठ मांगलोद का दधिमति माता का मन्दिर 

(3) किराडू का सोमेश्वर मन्दिर

(4) जगत का अम्बिका माता का मन्दिर

कूट:-  

(1) 2, 3 एवं 4 

(2) 3 एवं 4

(3) 1, 2, 3 एवं 4

(4) 1, 2 एवं 4

[Food Safety Officer- 27.06.2023

Ans. (1)


निम्नलिखित में से कौनसा मंदिर, मंदिर स्थापत्य कला की मारू गुर्जर शैली का है ?

(1) समाधीश्वर मंदिर (चित्तौड़ के दुर्ग में स्थित ) 

(2) किराडू का सोमेश्वर मंदिर

(3) आउवा का कामेश्वर मंदिर

(4) नागदा के सास-बहू के मंदिर ( उदयपुर के पास ) 

[II Grade - 30.07.2023 (S- II)] 

Ans. (*)


किराडू का सोमेश्वर मंदिर और आभानेरी का हर्षत माता मंदिर निम्नलिखित में से कौन-सी स्थापत्य शैली में बने हैं? 

(1) गुप्त 

(2) गुर्जर-प्रतिहार 

(3) मौर्य 

(4) द्रविड़ 

[ द्वितीय श्रेणी अध्यापक परीक्षा 01.05.2017] 

Ans. (2)


निम्नलिखित में से कौन-सा एक मंदिर गुर्जर-प्रतिहार शैली का माना जाता है ?

(1) सोमेश्वर मंदिर (किराडू)

(2) समध्विश्वर मंदिर ( चित्तौड़ दुर्ग ) 

(3) चौमुखा जैन मंदिर ( रणकपुर) 

(4) जगत शिरोमणि मंदिर (आमेर)

[IInd Grade (Special Education) 2017]

Ans. (1)


आभानेरी में स्थित हर्षदमाता मंदिर किस शैली में बना है?

(1) पंचायतन 

(2) किरत कूप 

(3) गुर्जर-प्रतिहार 

(4) खंबों 

 [EO & RO- 14.05.2023 (SI)] 

Ans. (*)

व्याख्या - गुर्जर-प्रतिहार कालीन ( 8वीं से 11वीं शदी) मंदिर स्थापत्य को 'महामारू शैली' कहा गया जिसमें विकसित नागर शैली के बड़े-बड़े मंदिर बने। इनमें अलंकृत जागती पर अवस्थिति, अलंकरण, गर्भगृह अंतराल, मुखचतुष्की निरंधार, पंचायतन शैली का प्रयोग, पंचरथ विन्यास आदि विशेषताएँ हैं।

गुर्जर-प्रतिहार कालीन मंदिर (700-1000 ई.):- 

(i) किराडू का सोमेश्वर मंदिर (बाड़मेर)

(ii) हर्षनाथ का मंदिर (सीकर)

(iii) अम्बिका माता का मंदिर, जगत् (उदयपुर)

(iv) कुंभश्याम मंदिर (चित्तौड़गढ़) 

(v) ओसियाँ का सच्चिका माता का मंदिर एवं सूर्य मंदिर (जोधपुर)

(vi) गोठ मांगलोद का दधिमति माता मंदिर (नागौर)

(vii) हर्षद (हर्षत) माता का मंदिर, आभानेरी (दौसा) 

(viii) आउवा का कामेश्वर महादेव एवं सुगाली माता मंदिर



निम्नलिखित में से कौनसा मंदिर गुर्जर प्रतिहार वास्तु शैली का नहीं है? 

(1) किराडू का सोमेश्वर मंदिर 

(2) ओसियाँ का सूर्य मंदिर 

(3) गोठ मांगलोद का दधिमति माता मंदिर 

(4) चारचौमा का शिव मंदिर 

[ पुलिस उपनिरीक्षक परीक्षा 07.10.2018] [JEN (Electric) Diploma - 18.05.2022] 

Ans. (4)


चारचौमा मंदिर राजस्थान के किस जिले में है?

(1) कोटा 

(2) बूँदी 

(3) झालावाड़ 

(4) सीकर 

[वनरक्षक- 12.12.2022 (S-1)][II Grade Teacher -31.10.2018] [JEN (Electric) Degree - 18.05.2022] 

Ans. (1)


मंदिर और जिला में से कौनसा सही सुमेलित नहीं है? 

(1) चारचौमा - चूरू 

(2) काला गौरा भैरव - सवाई माधोपुर 

(3) बीजासन माता - बूँदी 

(4) धनोप माता - भीलवाड़ा 

[III Grade (Sindhi) - 01.03.2023] 

Ans. (1) 

व्याख्या:- कोटा स्थित चारचौमा का शिवालय गुप्तकालीन प्राचीन शिव मंदिर में चतुर्मुखी शिव प्रतिमा है।


जोधपुर के निकट ओसियाँ मन्दिरों का समूह किसकी देन है? 

(1) राठौड़ 

(2) गहलोत 

(3) चौहान 

(4) प्रतिहार 

 [R.A.S. Pre, 1999, E.O. Exam, 2007] [JEN (Mechanical) Diploma - 20.05.2022)

Ans. (4)


ओसियाँ के जैन मंदिर किस जिले में स्थित हैं ?

(1) जयपुर 

(2) जैसलमेर 

(3) बाड़मेर 

(4) जोधपुर

[II Grade GK (संस्कृत शिक्षा) - 19.02.2019]  

Ans. (4) 


सच्चिया माता मंदिर, सूर्य मंदिर, हरिहर मंदिर कहाँ स्थित हैं?

(1) चित्तौड़गढ़

(2) ओसियाँ

(3) आभानेरी

(4) आउवा

[Lab Assistent (Geography)-30.06.2022][राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-14.06.2024 (II)]

Ans. (2) 

व्याख्या- जोधपुर ग्रामीण स्थित ओसियाँ में श्वेताम्बर जैन मंदिर, हरिहर मंदिर (पंचायतन शैली) ओसवाल समाज की कुलदेवी सच्चिका / सच्चिया माता मंदिर तथा सूर्य मंदिर के अलावा यहाँ कुल 16 मंदिर है जिनका निर्माण 7वीं से 10वीं शताब्दी के मध्य प्रतिहारों द्वारा करवाया।


राजस्थान में 'भूमिज शैली' का सबसे पुराना मंदिर है? 

(1) पाली जिले का सेवाड़ी जैन मंदिर 

(2) रामगढ़ का भण्ड देवरा मंदिर 

(3) मैनाल का महानालेश्वर मंदिर 

(4) डूंगरपुर का सोमनाथ मंदिर 

[JEN (Diploma) Exam - 21.08.2016[ संरक्षण अधिकारी परीक्षा-29.05.2019] 

Ans. (1)


मंदिर स्थापत्य की 'भूमिज शैली' किस स्थापत्य शैली की उपशैली है? 

(1) द्राविड़ शैली 

(2) बेसर शैली 

(3) इण्डो पर्शियन शैली

(4) नागर शैली

[Patwar Main 24.12.16] 

 Ans. (4) 

व्याख्या - मंदिर स्थापत्य के चरमोत्कर्ष के काल में मध्यप्रदेश और उत्तरी महाराष्ट्र में मंदिर निर्माण की उत्तरी भारतीय अथवा नागर शैली के अन्तर्गत एक विशिष्ट उपशैली का विकास हुआ, जिसे भूमिज शैली का नाम दिया गया। सभी भूमिज मंदिर निरन्धार ( खुली छत वाला परिक्रमा पथ) है। 

राजस्थान में इस शैली का सबसे पुराना (1010-20 ई.) मंदिर सेवाड़ी का जैन मंदिर (पाली) में है।

इसके बाद मैनाल का महानालेश्वर मंदिर, रामगढ़ का भण्डदेवरा (बारां), बिजोलिया का अण्डेश्वर मंदिर, झालरापाटन का सूर्य मंदिर, रणकपुर का सूर्य मंदिर, चित्तौड़ का अद्भुत नाथ मंदिर भूमिज शैली के मंदिर हैं।


किस मंदिर को 'हाडौती का खजुराहो' कहा जाता है?

(1) शिव मंदिर, बाडौली

(2) शिव मंदिर, भण्डदेवरा

(3) शिव मंदिर, मेनाल

(4) शिव मंदिर, कंसुआ

[PTI (Grade-III)-25.9.2022]

Ans. (2)


राजस्थान का 'मिनी खजुराहो' किस मंदिर को कहा जाता है-

(1) रामगढ़ भंडदेवरा मंदिर

(2) किराडू का मन्दिर

(3) रानी भटियानी मन्दिर

(4) श्री नाकोड़ा जी मंदिर

[CET (10+2): 23.10.2024 (S-II)]

Ans. (1)

व्याख्या - बारां जिले के रामगढ़ में स्थित भण्डदेवरा के शिव मन्दिर को 'हाड़ौती का खजुराहो' (राजस्थान का मिनी खुजराहो) कहा जाता है। मन्दिर में उत्कीर्ण मिथुन मुद्रा की आकृतियाँ इसे खजुराहो के समकक्ष रखती है। इस मन्दिर का निर्माण मेदवंशीय राजा मलय वर्मा ने दसवीं शताब्दी में करवाया था। यह देवालय पंचायतन शैली में बना हुआ है।


राजस्थान का कौनसा प्रसिद्ध मंदिर, मंदिर वास्तुकला के 'हवेली' रूप का प्रतिनिधि बना?

(1) पार्श्वनाथ का मंदिर

(2) नाथद्वारा मंदिर

(3) पुष्कर मंदिर

(4) नीलकंठ महादेव का मंदिर

[पशु परिचर-3.12.2024 (S-II)]

Ans. (2)


राजस्थान में किस स्थान का 'अन्नकूट महोत्सव' लोकप्रिय है?

(1) कालिका माता मंदिर - चित्तौड़गढ़

(2) जगदीश जी मंदिर-राजसमंद

(3) श्रीनाथजी मंदिर-राजसमंद

(4) करणी माता मंदिर-देशनोक

[JEN (Agri.) 10.09.2022]

Ans. (3)

व्याख्या- राजसमन्द जिले के श्रीनाथद्वारा में स्थित श्रीनाथजी मन्दिर में कृष्ण के बालरूप की उपासना की जाती है। औरंगजेब द्वारा मन्दिरों को तुड़वाने पर मथुरा से वैष्णव दाउजी महाराज के नेतृत्व में वैष्णव भक्त श्रीनाथ जी की मूर्ति सिहाड़ (नाथद्वारा) लाकर हवेली में प्रतिष्ठित किया। यहाँ अष्टछाप कवियों के पद गाये जाते हैं, जिसे 'हवेली संगीत' कहा जाता है। नाथद्वारा में अन्नकूट महोत्सव कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को मनाया जाता है, जिसे 'भीलों की लूट' कहते हैं।


भण्डदेवरा मंदिर स्थित है - 

(1) बूँदी 

(2) कोटा 

(3) बाराँ 

(4) झालावाड़ 

[ REET L-II, 26.09.2021] 

Ans. (3) 


बाडोली के शिव मंदिर को प्रकाश में लाने का श्रेय किनको दिया जाता है? 

(1) जीएच ओझा

(2) फर्ग्यूसन 

(3) जेम्स टॉड 

(4) जेम्स बर्गेस 

[Asst. Jailer Exam-15.03.2016] 

Ans. (3)


बाडोली मंदिर परिसर का संबंध किस वंश के शासकों से हैं -

(1) गुर्जर-प्रतिहार 

(2) चौहान 

(3) परमार 

(4) चालुक्य 

 [ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल -08.11.2020 (II)] 

Ans. (1)


बडोली के घटेश्वर मंदिर में शिव के किस स्वरूप को उत्कीर्ण किया गया है?
(1) बालरूप
(2) नटराज
(3) पशुपति
(4) अर्द्धनारीश्वर
(5) अनुत्तरित प्रश्न
Archives Department Recruitment - 2024 (Chemist)

Ans.(2)


निम्नलिखित में से कौनसा मंदिर राजस्थान में दसवीं शताब्दी के विकसित प्रतिहार शैली के मंदिरों से संबंधित है ?

(1) श्री जगत शिरोमणि मंदिर 

(2) एकलिंगजी मंदिर 

(3) घाटेश्वर मंदिर 

(4) करणी माता मंदिर 

 [ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल - 14.05.2022] 

Ans. (3)


बाडोली के मंदिर किस मंदिर शैली से संबंधित है ? 

(1) नागर 

(2) द्रविड़ 

(3) बेसर 

(4) पंचायतन

[R.A.S. Pre Exam, 2007]  

Ans. (4) 


बाडोली के शिव मन्दिर का निर्माण किसने करवाया ?

(1) तोरमाण 

(2) मिहिरकुल 

(3) भोज परमार 

(4) भोज प्रतिहार 

[CET : 08.01.2023 (S-I)] 

Ans. (2)


बाड़ोली का शिव मंदिर किस नदी के काँटे पर स्थित है?

(1) बेड़च

(2) चम्बल

(3) लूणी

(4) बनास

[कनिष्ठ अनुदेशक - 04.01.2025]

Ans. (2) 

व्याख्या:- बाडोली के मंदिरों का समूह चित्तौड़गढ जिले में रावतभाटा से 2 किमी. दूरी पर ब्रह्माणी और चंबल नदियों के संगम पर स्थित है। बाड़ोली मंदिर को बरोली मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। 10 वीं शताब्दी में निर्मित बरौली मंदिर गुर्जर-प्रतिहार वास्तुकला शैली में निर्मित मंदिर संरचनाएँ हैं, जिनमें उत्कृष्ट रूप से नक्काशीदार पत्थर का काम किया गया है । बाडोली का शिव / घाटेश्वर मंदिर (निर्माण -हूण शासक मिहिरकुल) नागर एवं पंचायतन शैली का मिश्रित रूप है। इनको सर्वप्रथम कर्नल जेम्स टॉड ने 1821 ई. में खोजा था। इन मन्दिरों को देखकर कर्नल जेम्स टॉड ने टिप्पणी की थी कि "उनकी विचित्र और भव्य बनावट का यथावत् वर्णन करना लेखनी की शक्ति से बाहर है, मानो हुनर का खजाना खाली कर दिया गया है। "


माउण्ट आबू (राजस्थान) में दिलवाड़ा मंदिर प्रसिद्ध है- 

(1) जैन मंदिर में कला हेतु

(2) बौद्ध स्थापत्य कला हेतु 

(3) राजपूत कला हेतु 

(4) मुस्लिम कला हेतु 

[RPSC II Grade Teacher Exam-2011] [पटवार 24.10.2021 ( Shift - 1)] [S.I. Exam, 2002] 

Ans. (1)


देलवाड़ा (आबू के निकट ) मंदिर परिसर में मंदिरों की कुल संख्या है:-

(1) दो 

(2) तीन 

(3) चार 

(4) पाँच 

[Agriculture Officer 29.01.2013] [ आर्थिक अन्वेषक (उद्योग विभाग) परीक्षा - 25.03.2018] 

Ans. (4)


दिलवाड़ा (माउंट आबू) के लूणवसहि नेमिनाथ मंदिर के मुख्य शिल्पी कौन थे ? 

(1) शोभन देव 

(2) देपाक 

(3) वास्तुपाल 

(4) जैता 

[स्कूल व्याख्याता-21.10.2022] 

Ans. (1)


दिलवाड़ा मंदिर समूह के पाँच मंदिरों में से कौनसा मंदिर शामिल नहीं है ? 

(1) विमल वसही 

(2) लूणवसही 

(3) पशुपतिनाथ 

(4) पीतलहर 

[ राजस्थान पुलिस 13.5.2022 (S-II)]

Ans. (3) 


माउंट आबू में निम्नलिखित में से कौनसा जैन मंदिर स्थित है? 

(1) कामाख्या

(2) दिलवाड़ा

( 3 ) महावीर 

(4) रणकपुर 

[राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-14.07.2018 (1)] 

Ans. (2)


दिलवाड़ा मंदिर स्थित है ? 

(1) भीलवाड़ा 

(2) हनुमानगढ़ 

(3) आबू पर्वत 

(4) टोंक 

[II Grade GK 21.12.2022] [ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-14.07.2018 (1), 08.11.2020 (II)] [CET - 11.2.2023 (S-I)] 

Ans. (3)


दिलवाड़ा स्थित 'आदिनाथ मंदिर' का निर्माण किसने करवाया ? 

(1) बघेला कर्ण

(2) विमलशाह 

(3) चन्द्रगुप्त मौर्य 

(4) संप्रति 

[ PSI - 13.09.2021] [पटवार परीक्षा - 2011] (PTI (Grade-II)-30.04.2023][II Grade GK - 21.12.2022] 

Ans. (2)


विमलशाह द्वारा निर्मित प्रसिद्ध जैन मंदिर कहाँ स्थित है - 

(1) रणकपुर 

(2) पाली 

(3) ओसियां 

(4) देलवाड़ा 

[ कनिष्ठ वैज्ञानिक सहायक ( सीरम ) 15.9.2019] (कनिष्ठ अनुदेशक (वेल्डर) परीक्षा- 26.03.2019] 

Ans. (4)


देलवाड़ा में तीर्थंकर नेमिनाथ के मंदिर का निर्माण 1230 ई. में करवाया था:-

(1) भीमदेव 

(2) विमलशाह 

(3) तेजपाल 

(4) शोभनदेव 

[ संरक्षण अधिकारी- 29.5.2019] 

Ans. (3)


दिलवाड़ा स्थित प्रसिद्ध तेजपाल मंदिर अथवा लूणवसहि मंदिर किस तीर्थंकर को समर्पित है ?

(1) आदिनाथजी 

(2) पार्श्वनाथजी  

(3) नेमिनाथजी 

(4) महावीर स्वामी 

[Asstt. Agriculture Officer Exam- 31.05.2019] 

Ans. (3)

मशहूर 'विमलवसहि' व 'लूणवसहि' मन्दिर कहाँ हैं?

(1) आबू पर्वत 

(2) आबू रोड 

( 3 ) रणकपुर 

(4) बालोतरा 

[Police Constable-2007(II)][उद्योग निरीक्षक - 24.6.2018] 

Ans. (1) 


व्याख्या- दिलवाड़ा / देलवाड़ा जैन मंदिर (सिरोही) माउंट आबू में स्थित पाँच मंदिरों के समूह। 

(i) आदिनाथ मंदिर (विमलवसहि मंदिर) : भगवान ऋषभदेव का मंदिर जिसे 1031 में चालुक्य राजा भीम के मंत्री विमलशाह ने निर्मित करवाया। कर्नल टॉड ने कहा है कि " भारतवर्ष के भवनों में ताजमहल के बाद यदि कोई भवन है तो वह है विमलशाह का मंदिर। "

(ii) नेमीनाथ / लूणवसहि / देवरानी-जेठानी मंदिर : चालुक्य राजा वीर धवल के महामंत्री तेजपाल व वास्तुपाल के शिल्पी शोभनदेव द्वारा ( 1230-31ई. में) निर्मित दो मंदिर | मुख्य मंदिर के द्वार के दोनों ओर दो ताक हैं, जिन्हें देवराणी-जेठानी के गवाक्ष कहते है। यहाँ नेमीनाथ जी की काले पत्थर की प्रतिमा स्थापित की गयी है।

(iii) पीतलहर आदीश्वर मंदिर

(iv) खरतरवसही मंदिर 

(v) महावीर स्वामी मंदिर


कैला देवी का मन्दिर स्थित है ? [P.S. I. Exam, 2011]

(1) सवाईमाधोपुर 

(2) करौली 

(3) अलवर 

(4) भरतपुर 

[III Grade (Maths-Science) - 25.02.2023] 

Ans. (2)


करौली का कैलादेवी मंदिर किस नदी के किनारे स्थित हैं ? 

(1) काली सिंध 

(2) पार्वती 

(3) कालीसिल 

(4) बामरी 

[Lab Assistent (Home Sci.) 30.06.2022] 

Ans. ( 3 )


व्याख्या - कैलादेवी मंदिर  करौली से 25 किमी. दूर त्रिकूट पर्वत पर कालीसिल नदी के किनारे स्थित कैलादेवी का श्वेत संगमरमर से बना आकर्षक मंदिर राजपूत वास्तुकला का अनुपम नमूना है। इसमें कैलादेवी की 16 भुजाओं वाली अत्यन्त कलात्मक विशाल तस्वीर है।


लोकदेवता मल्लीनाथजी का मन्दिर कहाँ पर है?

(1) तिलवाड़ा (बाड़मेर) 

(2) नगला जहाज (भरतपुर) 

(3) साधूँ गाँव (जालौर) 

(4) पाँचोटा गाँव (जालौर) 

 [वनपाल 06.11.2022 (S-I)] [RAS (Pre)-14 June, 2012] [जेल प्रहरी परीक्षा 27-10-2018, Shift -II] 

Ans. (1)


तिलवाड़ा का मल्लीनाथ मंदिर किस नदी के तट पर अवस्थित है- 

(1) लूनी 

(2) माही 

(3) जवाई 

(4) सुकड़ी 

[Veterinary Officer 02.08.2020] 

Ans. (1)

व्याख्या- लोक देवता मल्लीनाथजी का मन्दिर बालोतरा जिले ( पूर्व बाड़मेर जिला) की पचपदरा तहसील में लूनी नदी के किनारे तिलवाड़ा में स्थित है। जोधपुर से पश्चिम का परगना इन्हीं के नाम पर मालानी कहलाता है।


'बेणेश्वर धाम' किन तीन नदियों के संगम पर स्थित है?  

(1) सोम, माही, पार्वती 

(2) माही, कोठारी, पार्वती 

(3) सोम, जाखम, पार्वती 

(4) सोम, माही, जाखम

[छात्रावास अधीक्षक परीक्षा, 2008]

Ans. (4)


प्रसिद्ध बेणेश्वरधाम कहाँ स्थित है?

(1) नवाटापुरा गाँव 

(2) देसूरी गाँव 

(3) भूमगढ़ गाँव 

(4) इनमें से कोई नहीं 

 [ P. Constable-2013] 

Ans. (1)


बेणेश्वर धाम का सम्बन्ध किससे है ? 

(1) शिव 

(2) ब्रह्मा 

(3) विष्णु 

(4) इन तीनों से

[ जेल प्रहरी - 2017] 

Ans. (1)

व्याख्या - बेणेश्वर शिव मेला : डूंगरपुर जिले के नवाटापुरा नामक स्थल पर माघ शुक्ला एकादशी से माघ शुक्ला पूर्णिमा तक यह प्रसिद्ध मेला लगता है। उल्लेखनीय है कि सम्पूर्ण भारत में यही एकमात्र स्थान है जहाँ शिवजी के टूटे हुए शिवलिंग की पूजा की जाती है । सोम, माही तथा जाखम नदियों के संगम पर लगने वाले इस मेले को आदिवासियों का कुम्भ कहा जाता है।


कौनसा मंदिर खजुराहो के समान काम क्रीड़ाओं के चित्रण के कारण राजस्थान का खजुराहो कहलाता 

(1) किराडू मंदिर, बाड़मेर 

(2) महानलेश्वर मंदिर, मेनाल 

(3) एकलिंगजी मंदिर, उदयपुर 

(4) सास - बहु मंदिर, नागदा 

[VDO-28.12.2021 (Shift-I)] [ जेल प्रहरी - 2017] है? [Police Constable Exam-2013] [ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-14.05.2022] 

Ans. (1)


निम्नलिखित में से कौनसा ( पर्यटन स्थल - जिला ) सुमेलित नहीं है?

(1) फूल सागर- बूँदी 

(2) पाण्डुपोल - अलवर 

(3) किराडू मंदिर - झालावाड़ 

(4) चन्द्रमहल - जयपुर 

 [JEN (Civil) Degree 18.05.2022]

Ans. (3)


किराडू के मंदिर किस जिले में है ?

(1) बाड़मेर 

(2) पाली 

(3) भरतपुर 

(4) जोधपुर

 [P.C. 2007 (III)] 

 Ans. (1) 


किराडू के मंदिरों के बारे में निम्न में से कौनसा एक कथन सही नहीं है- 

(1) यह पाँच वैष्णव और शैव मंदिरों का समूह है। 

(2) किराडू को प्रसिद्ध रूप से राजस्थान का खजुराहो भी कहा जाता है। 

(3) इनका निर्माण 14वीं से लेकर 15वीं शताब्दी में हुआ था। 

(4) किराडू का प्राचीन नाम 'किरात कूप' था। 

[छात्रावास अधीक्षक-30.08.2024] 

Ans. (3) 


निम्नलिखित में से कौनसा पर्यटन केन्द्र बाड़मेर के पास स्थित है? 

(1) सम के रेत के टीले 

(2) किराडू मंदिर 

(3) शेरगढ़ किला 

(4) नाटानीयों की हवेली 

[CET-G (S-II)-28.09.2024] 

Ans. (2)


किराडु का सोमेश्वर मंदिर है -

(1) सोलंकी शैली का 

(2) भूमिज शैली का

(3) कच्छपघाट शैली का 

(4) गुर्जर प्रतिहार शैली का

 [ वनरक्षक - 11.12.2022(11)] [III Grade (Sindhi) - 01.03.2023] [II Grade (Maths) -2011] 

Ans. (4)  


निम्नलिखित में से राजस्थान के किस स्थान पर सोमेश्वर मंदिर स्थित है?  

(1) किराडू (बाड़मेर) 

(2) ओसियाँ (जोधपुर) 

(3) आभानेरी (दौसा) 

(4) चंद्रावती (झालावाड़) 

[कॉलेज व्याख्याता परीक्षा-2016]

Ans. (1)


व्याख्या:- बाड़मेर जिले में स्थित किराडू प्राचीन समय में किरात कूप के नाम से प्रसिद्ध रहा है। यहाँ की शिल्प एवं मूर्तिकला को देखकर इसे मूर्तियों का खजाना कहा जाता है । किराडू की स्थापत्य कला नागर शैली की है। इसे राजस्थान का खजुराहो कहा जाता है। ज्ञातव्य है कि जगत (उदयपुर) स्थित जगदम्बिकादेवी के मंदिर को मेवाड़ का खजुराहो कहा जाता है।  किराडू (बाड़मेर) का सोमेश्वर मंदिर राजस्थान में गुर्जर-प्रतिहार शैली का अंतिम मंदिर है।


अंबिका माता मंदिर अवस्थित है- 

(1) चारचौमा, कोटा 

(2) बाडौली, चित्तौड़गढ़ 

(3) नागदा, उदयपुर 

(4) जगत, उदयपुर 

[Veterinary Officer 02.08.2020] [III Grade (L-1) -25.2.2023] [कॉलेज व्याख्याता परीक्षा-2016] 

Ans. (4)


'राजस्थान में जगत नामक गाँव में स्थित होने के कारण एक  मंदिर को जगत मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।' तो उस मंदिर का नाम बताइये जिसका उल्लेख यहाँ किया गया है ?  

(1) साई धाम मंदिर 

(2) करणी माता मंदिर 

(3) गलताजी मंदिर 

(4) अंबिका माता मंदिर 

[ कॉन्स्टेबल-15.05.2022 (1)]

Ans. (4)

व्याख्या- जगत : उदयपुर से लगभग 55 किमी. दूर गिरवा तहसील में स्थित इस स्थल को बेहतरीन मूर्तिकला के कारण 'मेवाड़ का खजुराहो' माना जाता है। यहाँ स्थित अम्बिका देवी के मंदिर ( 10वीं शताब्दी की ) का निर्माण नागर शैली में किया गया है।


किस मन्दिर के बारे में कहा जाता है कि उसके निर्माण में पानी के स्थान पर घी इस्तेमाल किया गया था?

(1) श्रीनाथ जी मन्दिर, नाथद्वारा 

(2) भांडाशाह जैन मन्दिर, बीकानेर 

(3) सावलिया जी मन्दिर, चित्तौड़गढ़ 

(4) झामेश्वर महादेव, उदयपुर

[Police Constable Exam - 2013

Ans. (2)


राजस्थान के किस मंदिर का निर्माण भांडाशाह ओसवाल द्वारा वर्ष 1468 में शुरू करवाया गया था और यह वर्ष 1514 में पूरा हुआ था ?

(1) मेवराबाई मंदिर 

(2) पार्श्वनाथ जैन मंदिर

(3) भांडासर जैन मंदिर 

(4) श्रीनाथजी मंदिर

[राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-02.07.2022] 

Ans. (3)


व्याख्या - भांडासर जैन मंदिर (बीकानेर)- सैंकड़ों मन देशी घी की नींव पर बना यह कलात्मक मंदिर पाँचवे जैन तीर्थंकर भगवान सुमतिनाथजी का है। इसके निर्माता शाह भांडा थे जिन्होंने 1514 ई. में बीकानेर रियासत के राव लूणकरण के समय इसका निर्माण करवाया। मंदिर के केन्द्र में सुमतिनाथजी की श्वेत धवलसंगमरमर की आदमकद मूर्ति स्थापित है जिसके चारों ओर काँच का सुंदर काम किया हुआ है। इसको 'त्रिलोक दीपक प्रासाद मंदिर' भी कहा जाता है।


उदयपुर  के निकट एकलिंग जी का मंदिर किस शासक ने बनवाया था ? 

(1) राणा कुम्भा

(2) राणा सांगा 

(3) उदयसिंह 

(4) बप्पा रावल 

[ I Grade (History) - 18.10.2022] | कनिष्ठ वैज्ञानिक सहायक (विष) 14.9.2019] [C.I.D. Exam, 2002][JEN (विद्युत) डिप्लोमा - 29.11.2020] [III Grade (SST) -26.2.2023][EO & RO- 14.5.2023 (1)] 

Ans. (4)


मेवाड़ में स्थित एकलिंग मंदिर किस सम्प्रदाय से सम्बन्धित है ?  

(1) कापालिक 

(2) लकुलीश 

(3) नाथ 

(4) सिद्ध 

[II Grade (Science) Exam. 2011]

Ans. (2)


8 वीं शताब्दी में बप्पा रावल द्वारा किस प्रसिद्ध मंदिर का निर्माण करवाया गया? (1) ऋषभदेव मंदिर 

(2) एकलिंग जी मंदिर 

(3) श्रीनाथजी मंदिर 

(4) जगदीश मंदिर 

[पशु परिचर-3.12.2024 (S-1)] 

Ans. (2)


सही सुमेलित नहीं है -

(1) बरौली मंदिर - रावतभाटा 

(2) एकलिंगजी मंदिर - जयपुर 

(3) आभानेरी मंदिर - दौसा 

(4) ऋषभदेव मंदिर - उदयपुर 

 [ पुलिस कॉन्स्टेबल -08.11.2020 (I)] 

Ans. (2)


'एकलिंगजी' मंदिर स्थित है?

(1) उदयपुर 

(2) जैसलमेर 

(3) अजमेर 

(4) राजसमंद 

 [Jr. Accountant 4.10.2016]

Ans. (1) 

व्याख्या - उदयपुर से 21 किमी. दूर मेवाड़ के महाराणाओं के इष्टदेव श्री एकलिंगजी (शिवजी) की काले पत्थर से निर्मित चौमुखी मूर्ति वाला यह मंदिर कैलाशपुरी में स्थित है। इसका निर्माण बप्पा रावल द्वारा 734 ई. में करवाया गया। मंदिर को वर्तमान स्वरूप महाराणा रायमल ने प्रदान किया। यह उदयपुर राजाओं के कुलदेवता का मंदिर कहलाता है। पाशुपत सम्प्रदाय के संस्थापक लकुलीश का प्रमुख मंदिर यहीं स्थित है।


रंगनाथ जी का मन्दिर कहाँ है? 

(1) नाथद्वारा 

(2) पुष्कर 

(3) जयपुर 

(4) बीकानेर 

[P. C.-2007(1)] 

Ans. (2)


अपनी गोपुरम आकृति के लिए प्रसिद्ध रंगनाथ मंदिर, जिसका निर्माण सेठ पूरणमल ने 1844 ई. में करवाया, कहाँ स्थित है?

(1) पुष्कर 

(2) नाथद्वारा 

(3) करौली 

(4) आबू रोड़ 

 [Jr. Accountant 04.10.16] 

Ans. (1) 

व्याख्या:- रंगनाथजी ( पुष्कर, अजमेर ) मूलतः यह विष्णु मंदिर भगवान विष्णु, लक्ष्मी एवं नृसिंह की मूर्तियों से मंडित है। 1844 ई. में इस मंदिर का निर्माण सेठ पूरणमल ने करवाया था।


प्राचीन पांडुपोल मन्दिर स्थित है? 

(1) अजमेर 

(2) जयपुर 

(3) अलवर

(4) दौसा  

[BSTC 2008] [Police Constable Exam - 2007 (11) ] 

Ans. (3)


व्याख्या - पाण्डुपोल स्थल पर पाण्डवों ने अज्ञातवास का 1 वर्ष व्यतीत किया। अलवर में स्थित इस स्थल पाण्डुपोल में हनुमानजी का विशाल मंदिर है जिसमें हनुमानजी की शयन मुद्रा में विशाल प्रतिमा विद्यमान है।


त्रिपुरा सुन्दरी का मंदिर कहाँ स्थित है?

(1) तनोट (जैसलमेर) 

(2) भदाना (बाँसवाड़ा) 

(3) तलवाड़ा (बांसवाड़ा) 

(4) अकोला (चित्तौड़गढ़) 

[वनपाल-06.11.2022(S-II)] [II Grade (Maths) 2011] [LDC Exam -09.09.2018] [JEN Exam - 21.08.2016] 

Ans. (3)


मंदिर - स्थान सुमेलित नहीं है ? 

(1) विभीषण का मंदिर-कैथून ( कोटा )

(2) सुंधा माता मंदिर - भीनमाल (जालौर) 

(3) सिरे मंदिर जालौर 

(4) त्रिपुरा सुन्दरी माता मंदिर - तिलवाड़ा (बाड़मेर) 

[ VDO-28.12.2021(S-II)]

Ans. (4)


त्रिपुरा सुन्दरी एक प्राचीन मंदिर है जो बाँसवाड़ा के ...... गाँव में स्थित है।

(1) दानपुर 

(2) बोदला 

(3) उमराई 

(4) गारा 

 [III Grade (Urdu) -28.02.2023]

Ans. (3)


व्याख्या - त्रिपुरा सुन्दरी मंदिर (उमराई माताबाढ़ी, बाँसवाड़ा) में सिंह पर सवार भगवती माता की अष्टादश भुजा की मूर्ति है जिसकी भुजा में 18 प्रकार के आयुध है। इस मंदिर की गिनती प्राचीन शक्तिपीठों में होती है।


प्राचीन तान्त्रिक शक्ति पीठ 'सुंधा माता का मंदिर' कहाँ स्थित है ?

(1) जालौर 

(2) जोधपुर 

(3) झुन्झुनूँ 

(4) सीकर 

 [II Grade (Science, English ) 2011] 

Ans. (1)


सुंधा माता का मंदिर किस राज्य में स्थित है- 

(1) गुजरात 

(2) राजस्थान 

(3) पंजाब 

(4) तमिलनाडु 

[राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-13.06.2024 (1)] 

(2)


व्याख्या - सुंडा (सुंधा) माता जालौर जिले की जसवंतपुरा तहसील में दाँतलावास ग्राम के सुंडा (सुगंधादि ) पर्वत पर इस देवी का प्रसिद्ध मंदिर है। यह एक प्राचीन तांत्रिक शक्तिपीठ है। चामुण्डादेवी ( सुंधा माता ) को सूंघा माता भी कहते हैं। मंदिर की प्रथम गुफा में देवी सुंधा की मूर्ति विराजमान है। सुंधा माता के केवल सिर की पूजा होती है। मूर्ति में धड़ नहीं होने से इन्हें अधरेश्वरी माता भी कहते हैं।


राजस्थान का कौनसा मंदिर 'चूहों का मंदिर' कहलाता है - 

 (1) जमवाय माता मंदिर

(2) करणी माता मंदिर 

(3) कैला देवी मंदिर 

(4) जीण माता मंदिर

[ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल- 07.11.2020 (1)] [RPSC III Grade Teacher Exam-2004] 

Ans. (2) 


करणी माता मंदिर जो बीकानेर के बहुत करीब स्थित है, देवी.... को समर्पित है?

(1) काली 

(2) सरस्वती 

(3) दुर्गा 

(4) लक्ष्मी 

[ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-15.05.2022 (II)]

Ans. (3) 


करणी माता का प्रसिद्ध मंदिर किस स्थल पर स्थित है- 

 (1) नागदा 

(2) देशनोक 

( 3 ) धुलेव 

(4) बालोतरा

[Asstt. Agriculture Officer Exam- 31.05.2019] [प्रयोगशाला सहायक परीक्षा 03.02.2019]

Ans. (2) 


वह शासक जिसने देशनोक स्थित करणी माता मंदिर के दरवाजे सोने से निर्मित किए- 

(1) बीकानेर महाराजा सरूप सिंह 

(2) जोधपुर महाराजा मालदेव 

(3) अलवर महाराजा बख्तावर सिंह 

(4) जयपुर महाराजा सवाई जयसिंह 

Ans. (3)

[Archivist-03.08.2024] 


व्याख्या- करणी माता का मंदिर ( बीकानेर ) : देशनोक में स्थित विशाल मंदिर, जो दुर्गा देवी को समर्पित है, जिसे चूहों की अधिक संख्या के कारण 'चूहों का मंदिर' भी कहा जाता है। करणीमाता के मंदिर में चैत्र माह के नवरात्रों व आश्विन माह में दो विशाल मेले भरते हैं।


रणकपुर के जैन मंदिर में कितने खंभें हैं?

(1) 1100 

(2) 1111 

(3) 1444 

(4) 1144

[II Grade T. (Science) Ex., 2010] Ans. (3)


किस मंदिर को खंभों का अजायबघर भी कहा जाता है?  

(1) सोमेश्वर मंदिर, किराडू 

(2) जैन मंदिर, देलवाड़ा 

(3) जैन मंदिर, रणकपुर 

(4) कीर्ति स्तम्भ, चित्तौड़ 

[Lab Assistent (Science) -29.06.2022]

Ans. (3) 


रणकपुर मंदिर का प्रमुख स्थापत्यकार कौन था ? 

(1) मण्डन 

(2) नाथा 

(3) देपाक 

(4) धरणक शाह

[वनरक्षक-11.12.2022 (S- 1)] [Asst. Testing Officer - 27.07.2021] [III Grade (Sanskrit) -27.02.2023]

Ans. (3) 


रणकपुर जैन मंदिर, पाली निम्नलिखित में से किस तीर्थंकर को समर्पित है?

(1) आदिनाथ 

(2) महावीर 

(3) नेमीनाथ 

(4) पार्श्वनाथ

[ पशुधन सहायक 04.6.2022] [III Grade (Punjabi) -28.02.2023] [II Grade (Sanskart) Exam. 2011] 

Ans. (1)


रणकपुर मंदिर प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है, जिनका सम्बन्ध है?

(1) हिन्दु धर्म 

(2) जैन धर्म 

(3) बौद्ध धर्म 

(4) पारसी जैन 

[ अन्वेषक सीधी भर्ती परीक्षा 27.12.2020] 

Ans. (2) 


रणकपुर जैन मंदिर किस नदी के तट पर स्थित है?

(1) माही 

(2) गंभीरी 

(3) बेड़च 

(4) मथाई

 [II Grade (Urdu) Exam. 2011] 

Ans. (4) 


रणकपुर के मंदिर  का निर्माण किसके आदेश से प्रारम्भ हुआ-

(1) सोमसुन्दर सूरी 

(2) धारण शाह 

(3) देपाक 

(4) जिनदत्त सूरी 

[शोध अध्येता परीक्षा-04.08.2024] 

Ans. (1) 

व्याख्या:- रणकपुर पाली जिले में मधाई / मथाई नदी के तट पर महाराणा कुम्भा के शासनकाल में उनके मंत्री धरणशाह द्वारा शिल्पी देपाक के सहयोग से निर्मित (1439ई.) देश का प्रसिद्ध सूर्य मंदिर। यह 1444 खम्भों वाला मंदिर (खंभों का अजायबघर ), त्रिलोक दीपक (मेह नामक कवि द्वारा दिया गया नाम), नलिनीगुल्म विमान (विमल सूरि द्वारा दिया गया नाम), स्तम्भों का वन (कुम्भा द्वारा निर्मित जैन मंदिर ), चतुर्मुख जिन प्रासाद (मूल गर्भगृह में तीर्थंकर आदिनाथ की चौमुखी प्रतिमा ) नामों से जाना जाता है। रणकपुर मंदिर के मूल गर्भगृह में भगवान आदिनाथ (ऋषभनाथ) की भव्य प्रतिमा स्थापित है। इसके सामने दो विशाल घंटे है जिनके घंटनाद से नर और मादा का भेद ज्ञात होता है।


किसकी स्मृति में राजा मानसिंह ने आमेर में जगत शिरोमणि मंदिर का निर्माण कराया?

(1) जगतसिंह (पुत्र) 

(2) भारमल (पितामह) 

(3) भगवन्तदास (पिता) 

(4) माधोसिंह (निकट संबंधी) 

[वनपाल-06.11.2022(S-II)][II Grade (Sanskart) Exam. 2011] Ans. (1)


आमेर का जगत शिरोमणि मंदिर किनके द्वारा बनवाया गया- 

(1) राणा सांगा 

(2) उदयसिंह 

(3) भगवंतदास 

(4) रानी कनकवती 

[ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल- 06.11.2020 (1)] 

Ans. (4) 


मीरा द्वारा पूजित, गिरधर गोपाल की एक प्रतिमा किस मंदिर में स्थापित है? 

(1) श्रीनाथजी, नाथद्वारा 

(2) मदनमोहनजी, करौली 

(3) जगत शिरोमणि, आमेर 

(4) गोविन्ददेवजी, जयपुर 

[ संरक्षण अधिकारी - 29.5.2019]

Ans. (3)


मंदिरों और स्थानों / जिलों का कौन-सा जोड़ा सही नहीं है? 

(1) तुजला भवानी मंदिर - चित्तौड़गढ़ 

(2) तनोट माता मंदिर - जैसलमेर 

(3) उषा मंदिर- बयाना 

(4) जगत शिरोमणि मंदिर - टोंक

[ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल - 15.07.2018 (II)] 

Ans. (4)


अद्योलिखित में से कौनसा एक राजस्थान का मंदिर सुमेलित नहीं हैं?

(1) बारह देवरा शिव मंदिर - शाहपुरा 

(2) सूर्य मंदिर - झालरापाटन

(3) करणी माता मंदिर - बीकानेर 

(4) जगत शिरोमणि मंदिर - उदयपुर 

 [House Keeper -9.7.2022]

Ans. (4) 


'श्री जगत शिरोमणि' मंदिर के सम्बन्ध में कौनसा कथन सही नहीं है- 

(1) मानसिंह-1 की याद में इसका निर्माण करवाया गया। 

(2) रानी कनकावती ने इसका निर्माण करवाया था। 

(3) इसमें सुन्दर गरुड़ मंडप है। 

(4) मंदिर आमेर में स्थित है। 

Ans. (1) [Research Officer-4.8.2024]


जगत शिरोमणि मंदिर किस दुर्ग के उत्तर-पश्चिम में स्थित है? 

(1) तारागढ़ दुर्ग 

(2) अचलगढ़ 

(3) आमेर दुर्ग 

(4) सज्जनगढ़ 

[ कनिष्ठ अनुदेशक (फिटर) - 23.03.2019] 

Ans. (3) 

व्याख्या:-  जगत शिरोमणि मंदिर ( जयपुर )  आमेर दुर्ग के उत्तर पश्चिम में स्थित है यह वैष्णव मंदिर महाराजा मानसिंह की रानी कनकावती ने अपने पुत्र जगतसिंह की याद में बनवाया गया। इस मंदिर में भगवान कृष्ण की काले पत्थर की मूर्ति प्रतिष्ठित है जो वही है जिसकी पूजा मीराबाई किया करती थी।


राजस्थान में मेवानगर प्रसिद्ध है : -

(1) पार्श्वनाथ जैन मन्दिर के लिए 

(2) सूखे मेवों के निर्यात के लिए 

(3) जीरे के उत्पादन के लिए 

(4) कठपुतली मदों के निर्यात के लिए 

[ R. A. S. Pre Ex., 2010] 

Ans. (1)

व्याख्या - बाड़मेर के नाकोड़ा (मेवानगर ) स्थल पर भैरव जी (1511 में आचार्य कीर्ति रत्न सूरि द्वारा स्थापित ) तथा पार्श्वनाथ का प्रसिद्ध जैन मंदिर स्थित है।


राजस्थान का सबसे प्राचीन ज्ञात मंदिर शीतलेश्वर महादेव मंदिर की तिथि है - 

(1) 689 ई. 

(2) 699 ई. 

(3) 789 ई. 

(4) 799 ई. 

[ महिला पर्यवेक्षक - 20.12.15] 

Ans. (1)

व्याख्या - झालावाड़ में स्थित शीतलेश्वर महादेव का मंदिर राजस्थान का पहला मंदिर है, जिसमें निर्माण तिथि अंकित (689 ईस्वी) है।


आभानेरी मंदिर स्थित है ? 

(1) सिरोही 

(2) बरन 

(3) दौसा 

(4) सीकर 

[पु. कॉन्स्टेबल - 14.7.2018 (II)] 

Ans. (3)


हर्षत माता का मंदिर कहाँ स्थित है?

(1) भाण्डारेज 

(2) आभानेरी 

(3) ओसिया 

(4) रेवासा 

[वनरक्षक-11.12.2022 (S-II)] (IInd Grade Special Edu. 2017) [JEN (विद्युत) डिप्लोमा - 29.11.2020] 

Ans. (2)


आभानेरी स्थित हर्षत माता का मंदिर मूल रूप से किस भगवान को समर्पित था - 

(1) शिव 

(2) विष्णु 

(3) गणेश 

(4) इन्द्र 

[ PSI 15.09.2021] 

Ans. (2) 


निम्नलिखित में से कौनसा प्राचीनतम मंदिर है-

(1) नाथद्वारा का श्रीनाथजी मंदिर 

(2) रणकपुर का पार्श्वनाथ मंदिर 

(3) उदयपुर का जगदीश मंदिर 

(4) आभानेरी का हर्षद माता मंदिर 

[Assistant Professor- 22.9.2021]

Ans. (4)

व्याख्या:- दौसा स्थित आभानेरी के मंदिर प्रतिहारों द्वारा निर्मित है। यहाँ हर्षद/ हर्षत माता का मंदिर (मूल रूप से भगवान विष्णु को समर्पित यह मंदिर माँ दुर्गा का मंदिर है), चाँदबावड़ी इत्यादि प्रमुख कलात्मक स्मारक है।


गुप्तकालीन 'भ्रमर माता का मंदिर' कहाँ पर स्थित है?

(1) सोजत 

(2) छोटी सादड़ी 

(3) पेरवा 

(4) ऐरणपुरा 

[कृषि अधिकारी (कृषि विभाग ) - 19.1.2021] [III Grade (English) -27.02.2023] 

Ans. (2)

व्याख्या - प्रतापगढ़ के छोटी सादड़ी में स्थित भ्रमर माता (भँवर माता) का मंदिर का निर्माण लोकमान्यता के अनुसार यशगुप्त के पुत्र राजा गौरी ने करवाया था। हरियाली अमावस्या को यहाँ विशाल मेला लगता है।


'बारह देवरा' नामक शिव मंदिर समूह स्थित है?

(1) बेगूँ 

(2) लाडनूं 

(3) जहाजपुर 

(4) नोहर 

[महिला पर्यवेक्षक परीक्षा (Non-TSP ) 29.11.2015]

Ans. (3)

व्याख्या - बारह देवरा मंदिर शाहपुरा जिले ( पूर्व में भीलवाड़ा जिला ) की जहाजपुर तहसील में स्थित है। इस मंदिर परिसर में बारह छोटे-छोटे मंदिर हैं। यह मंदिर बारहवीं शताब्दी का बना हुआ है। मंदिर के बाहर की ओर नृत्यरत गणेश जी की मूर्ति स्थित है।


केवायमाता मंदिर का निर्माण करवाया था-

(1) देवदत्त 

(2) चच्च 

(3) भीमदेव 

(4) शलिवाहन 

[महिला पर्यवेक्षक परीक्षा (Non-TSP ) - 29.11.2015 ] 

Ans. (2)

व्याख्या - चच्च देव साँभर के चौहान शासक दुर्लभ राज के सामंत थे। इन्होंने डीडवाना-कुचामन जिले (पूर्व में नागौर जिला ) की परबतसर तहसील के किनसरियां गाँव में केवाय माता का मंदिर बनवाया था।


गलता तीर्थ पर स्थित मंदिर किस देवता को समर्पित है?  

(1) श्रीराम 

(2) श्रीकृष्ण 

(3) अग्नि 

(4) सूर्य 

[Stenographer Exam : 30.05.2013]

Ans. (4)

व्याख्या - जयपुर स्थित गलता तीर्थ की सर्वोच्च ऊँचाई पर सूर्य मंदिर है। सवाई जयसिंह द्वितीय के सेवक दीवान राव कृपाराम ने 18 वीं सदी में गलता जी के इस मंदिर का निर्माण किया था।



कौन सा युग्म असंगत है:-

(1) अर्धूणा मंदिर - बाड़मेर

(2) हर्षत माता मंदिर - आभानेरी, दौसा

(3) विभीषण मंदिर- कैथून, कोटा 

(4) हर्षनाथ मंदिर - सीकर

 [ पटवार 24.10.2021 (Shift -1)] 

Ans. (1) 

व्याख्या- अथूणा मंदिर बाँसवाड़ा में स्थित है। 


विभीषण का मंदिर अवस्थित है-

(1) कैथून (कोटा)

(2) भीनमाल (जालौर) 

 (3) खेड़ (बाड़मेर) 

(4) भादरिया (जैसलमेर)

 [JEN (Mechanical) Degree 20.05.2022] 

Ans. (1)

व्याख्या-विभीषण का एकमात्र मंदिर कैथून (कोटा) में है।


चूलगिरी जैन मंदिर कहाँ स्थित है? 

(1) उदयपुर 

(2) धौलपुर 

(3) जोधपुर 

(4) जयपुर 

[ जेल प्रहरी - 2017] 

Ans. (4)

व्याख्या - जयपुर स्थित चूलगिरी में भगवान पार्श्वनाथ का मंदिर है।


शृंगार  चंवरी के संबंध में निम्नलिखित कौनसा कथन सत्य है- 

(1) यह एक उपासना स्थल है जिसे मण्डन ने 1489 ई. में बनवाया था। 

(2) यह एक धर्मनिरपेक्ष स्मारक है जिसे राणा कुम्भा ने 1448 ई. में बनवाया था।

(3) यह एक मंदिर है जिसे विमल जैन ने 1402 में देलवाड़ा में बनवाया था।

(4) यह एक धार्मिक स्थल है जिसे भण्डारी वेल्का ने 1448 49 ई. में बनवाया था।

 [प्रयोगशाला सहायक 13.11.16]

Ans. (4)

व्याख्या- श्रृंगार चँवरी चित्तौड़गढ़ किले में स्थित शान्तिनाथ जैन मंदिर जिसे महाराणा कुंभा के कोषाधिपति के पुत्र वेल्का ने 1448-49 में बनवाया था। इसके मध्य में एक छोटी सी वेदी पर चार खम्भों वाली छतरी बनी हुई है। ऐसा माना जाता है कि यह महाराणा कुम्भा की राजकुमारी के विवाह की चंवरी है अर्थात् यह पाणिग्रहण संस्कार का स्थल है। इसीलिए यह शृंगार चंवरी के नाम से जानी जाती है। ज्ञातव्य है कि शृंगार चंवरी बुर्ज तारागढ़, अजमेर में है।


तुलजा भवानी का मंदिर स्थित है-

(1) बारां 

(2) चित्तौड़गढ़ 

(3) नाडौल 

(4) राजसमंद 

[वरिष्ठ कम्प्यूटर अनुदेशक - 19.06.2022] 

Ans. (2)

व्याख्या - तुलजा भवानी मंदिर लगभग 1535 ई. में निर्मित है जो चित्तौड़गढ़ के मुख्य द्वार रामपोल के पास स्थित है। यह मंदिर देवी तुलजा भवानी (तुर्या भवानी) को समर्पित है।


चित्तौड़गढ़ किले के निम्नलिखित मंदिरों में से कौनसा एक जैन मंदिर है- 

(1) कुंभश्याम

(2) सतबीस देवरी 

(3) समिद्धेश्वर

(4) तुलजा भवानी

[RAS-05.08.2018]

Ans. (2)

व्याख्या :- सत बीस देवरी 11 वीं शताब्दी में निर्मित भव्य जैन मंदिर है, जिसमें 27 देवरियाँ स्थित होने के कारण यह सत बीस देवरी कहलाता है।


हरणी महादेव मंदिर ... में स्थित है -

(1) भीलवाड़ा 

(2) चुरू 

(3) बाँसवाड़ा 

(4) सीकर 

[ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-14.07.2018 (I)] 

Ans. (1)

व्याख्या - भीलवाड़ा शहर से छह किलोमीटर की दूरी पर हरणी महादेव (शिव) का मंदिर स्थित है। यहाँ झुकी हुई चट्टान के नीचे मंदिर बना हुआ है।


निम्नलिखित में से किस शासक ने टोंक में प्रसिद्ध मंदिर 'श्री कल्याण जी' का निर्माण करवाया था ? 

(1) सुरजन हाड़ा 

(2) राजा दिग्व 

( 3 ) राणा प्रताप 

(4) राजसिंह

[ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल - 14.07.2018 (1)] 

 Ans. (2)

व्याख्या - टोंक जिले में मालपुरा तहसील में डिग्गी नामक स्थान पर डिग्गी कल्याणजी का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है जिसका निर्माण मेवाड़ के राणा संग्राम सिंह के राज्यकाल में राजा दिग्व द्वारा संवत् 1584 के ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष में हुआ। यहाँ विष्णु की चतुर्भुज प्रतिमा है। मुस्लिम इसे 'कलंह पीर' के नाम से पुकारते हैं। डिग्गी में बैशाख की पूर्णिमा, भाद्रपद शुक्ला की एकादशी तथा श्रावण की अमावस्या को विशाल मेला लगता है। डिग्गी के भगवान कल्याणजी विष्णु के अवतार माने जाते हैं। कुष्ठ रोग से छुटकारा पाने के लिए इनकी विशेष मान्यता है।


मंदिर और स्थान में से सही ढंग से मेल नहीं खाता है? 

(1) सास बहू मंदिर - टोंक 

(2) कपिल मुनि मंदिर - कोलायत 

(3) गोविन्ददेवजी मंदिर - जयपुर 

(4) एकलिंगजीमंदिर - उदयपुर 

 [ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-14.07.2018 (II)]

Ans. (1)


नागदा में स्थित सहस्त्रबाहु मंदिर किस देवता को समर्पित है-  

(1) लक्ष्मी 

(2) ब्रह्मा 

(3) शिव 

(4) विष्णु 

[जेल प्रहरी परीक्षा 20-10-2018, Shift-1]

Ans. (4)


निम्नलिखित में से किस शहर में सहस्रबाहु मंदिर स्थित है- 

(1) उदयपुर 

(2) जोधपुर 

(3) बीकानेर 

(4) जैसलमेर 

[ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-07.11.2020 (II)] 

Ans. (1)


सास-बहू के मंदिर कहाँ स्थित है- 

(1) अर्थना 

(2) नागदा 

(3) सोमनाथ 

(4) आहड़

[राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-14.06.2024 (I)]  

Ans. (2) 

व्याख्या- 'सास-बहू के मंदिर' (उदयपुर)- नागदा में 8वीं सदी में हैहयवंशीय नृप क्षत्रय ( श्रीधर ) ने पूर्वज सहस्त्रबाहु की स्मृति में भगवान विष्णु तथा भगवान नाग के भव्य शिखरान्वित प्रासाद संगमरमर से नागर शैली में निर्मित करवाये जो वर्तमान में 'सास-बहू के मंदिर' (सहस्त्रबाह ) नाम से अभिहित किये जाते है। यहाँ 2 विशाल जैन मंदिर भी है। जिन्हें खुमाण रावल का देवरा एवं अदबदजी ( अद्भुत जी ) का मंदिर कहते है।


मंदिरों और स्थानों में से किस जोड़े का सही मिलान नहीं हुआ है? 

(1) ओसियाँ मंदिर - जोधपुर 

(2) सालासर मंदिर - चुरू 

(3) रणकपुर मंदिर - पाली 

(4) जगदीश मंदिर - भीलवाड़ा 

[ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-15.07.2018(1)] 

Ans. (4)


महाराणा जगतसिंह द्वारा निर्मित जगदीश मंदिर राजस्थान के किस शहर में स्थित है ?

(1) जयपुर 

(2) उदयपुर 

(3) कोटा 

(4) अलवर 

[ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल- 02.07.2022] 

Ans. (2) 

व्याख्या:- जगदीश मंदिर (उदयपुर)  वैष्णव मंदिर का निर्माण 1651 में जगतसिंह प्रथम ने करवाया। इस मंदिर का निर्माण अर्जुन, सूत्रधार भाणा और उसके पुत्र मुकुन्द की देखरेख में हुआ। इस मंदिर के निर्माण में स्वप्न संस्कृति का बड़ा महत्त्वपूर्ण योग रहा है। इसलिए इसे 'सपने से बना मंदिर' भी कहते है। मंदिर में काले पत्थर से निर्मित भगवान जगदीश की भव्य मूर्ति है।


राजस्थान के किस मंदिर में दुर्ग स्थापत्य कला का अवलम्बन नहीं किया गया है?

(1) नीलकंठ मंदिर, कुशलगढ़

(2) जगदीश मंदिर, उदयपुर

(3) एकलिंग मंदिर, उदयपुर 

(4) रणकपुर मंदिर, रणकपुर

[III Grade (Urdu) -28.02.2023]

Ans. (2) 


मातृकुण्डिया मंदिर स्थित है?

(1) उदयपुर 

(2) राजसमंद 

(3) भीलवाड़ा 

(4) चित्तौड़गढ़ 

 [ राज. पु. कॉन्स्टेबल-15.7.2018] 

Ans. (4)

व्याख्या - चित्तौड़गढ़ स्थित मातृकुण्डिया मंदिर बनास नदी के तट पर स्थित भगवान शिव का मंदिर है जो 'मेवाड़ के हरिद्वार' के रूप में जाना जाता है।


गेपरनाथ महादेव मंदिर (2008) काफी चर्चा में रहा, जो स्थित है:-

(1) कोटा 

(2) चित्तौड़गढ़ 

(3) बारां 

(4) बूंदी 

 [RPSC III Grade Teacher-2009]

Ans. (1)

व्याख्या-कोटा में रथकांकरा के समीप चम्बल की घाटियों में ऐतिहासिक गेपरनाथ महादेव मंदिर स्थित है।


लटियाल देवी का मंदिर स्थित है- 

(1) रणकपुर 

(2) आबू 

(3) फलौदी 

(4) नागौर

[PTI - 2015] [JEN (Civil) Diploma - 18.05.2022]

Ans. (3)

व्याख्या - खेजड़ बेरी राय भवानी के नाम से प्रसिद्ध कल्लों की कुल देवी लटियाल देवी का मंदिर फलौदी जिले (पूर्व में जोधपुर जिला ) में स्थित है।


मेनाल में सुहवेश्वर शिव मंदिर का निर्माण किस चौहान शासक ने करवाया था ? 

(1) विग्रहराज 

(2) अपरगांगेय 

(3) पृथ्वीराज II 

(4) विग्रहराज II 

[प्रयोगशाला सहा. - 3.2.19]

Ans. (3)


निम्न में से राजस्थान के किस मंदिर में एक स्त्री का पुस्तक के साथ अंकन दिखाया गया है- 

(1) बाडोली के मंदिर 

(2) मेनाल के मंदिर 

(3) किराडू के मंदिर 

(4) छोटी सादड़ी के मंदिर 

[संग्रहालयाध्यक्ष - 19.06.2024] 

Ans. (2)

व्याख्या:- मेनाल झरने के पास बना सुहवेश्वर शिव मंदिर चाहमान शासक पृथ्वीराज द्वितीय की पत्नी सुहियादेवी ( रूठी रानी) द्वारा विक्रम संवत 1224 में बनवाया गया था।


स्वर्ण नगरी हॉल किस जैन मंदिर का भाग है?

(1) नसियाँ मंदिर, अजमेर 

(2) रणकपुर मंदिर, रणकपुर 

(3) दिलवाड़ा मंदिर, आबू 

(4) नाकोड़ा मंदिर, बाड़मेर 

 [PSI - 07.10.2018 ]

Ans. (1)

व्याख्या - सोनीजी की नसियाँ (अजमेर) मूलचन्द सोनी द्वारा निर्माण कार्य 1864 में प्रारम्भ व उसके पुत्र टीकमचन्द द्वारा 1865 में पूर्ण भगवान ऋषभदेव का मंदिर। लाल रंग का होने के कारण इसे 'लाल मंदिर' कहते है। इस स्थान पर सिद्धकूट चैतनालय (दिगम्बर जैन मंदिर) स्थित है।


 'धौलागढ़ देवी' का मंदिर किस जिले में स्थित है?

(1) अलवर 

(2) बूँदी 

(3) भरतपुर 

(4) कोटा 

[JEN (Civil) Diploma-06.12.2020] [PTI -30.09.2018]

Ans. (1)

व्याख्या - अलवर जिले की कठूमर तहसील में बहतूकला गाँव के धौलगिरी पर्वत शिखर पर धौलागढ़ देवी का मंदिर स्थित है। यह विशेषकर गौड़ ब्राह्मणों की कुलदेवी है।


1965 में भारत-पाक युद्ध में भारत की विजय का प्रतीक विजय स्तम्भ कहाँ स्थापित किया गया?

(1) जैसलमेर 

(2) पोकरण 

(3) तनोट 

(4) रामदेवरा 

[जेल प्रहरी परीक्षा-2017] 

Ans. (3)

व्याख्या - तनोट (जैसलमेर) में महाराजा केहर ने अपने पुत्र तणु के नाम से एक कोट व एक नगर बसाकर तणोटिया देवी की स्थापना करवायी थी। यहाँ स्थित तणोटिया माता का मंदिर 'सेना के जवानों की देवी' के रूप में प्रसिद्ध है। तणोटिया माता को 'थार की वैष्णो देवी' भी कहा जाता है। ज्ञातव्य है कि यहाँ भारत-पाकिस्तान युद्ध (1965) में भारत की विजय का प्रतीक विजय स्तम्भ अवस्थित है। यहाँ सेना एवं सीमा सुरक्षा बल के जवान पूजा करते हैं।


 उत्तरी भारत का पहला रावण का मंदिर स्थित है? 

(1) जयपुर 

(2) जोधपुर 

(3) अलवर 

(4) उदयपुर 

[जेल प्रहरी - 2017] 

Ans. (2)

व्याख्या - जोधपुर में उत्तरी भारत का पहला रावण मंदिर स्थित है। उल्लेखनीय है कि रावण की पत्नी मंदोदरी जोधपुर की प्राचीन राजधानी मंडौर की रहने वाली थी।


मेंहदीपुर बालाजी का मंदिर स्थित है ? 

(1) आगरा-जयपुर मार्ग पर 

(2) आगरा- कोटा मार्ग पर 

(3) आगरा- दिल्ली मार्ग पर 

(4) जयपुर- टोंक मार्ग पर 

[ जेल प्रहरी-2017] 

Ans. (1)

व्याख्या- मेहन्दीपुर बालाजी : आगरा-जयपुर राजमार्ग पर दौसा में स्थित बालाजी के इस मंदिर में स्थापित मूर्ति पर्वत का ही एक अंग है। इस मूर्ति के बायीं ओर एक पतली जलधारा निरंतर बहती रहती है। इस मंदिर की मूर्ति भूध राकार है यानि प्रकृति निर्मित है। मूर्ति के चरणों में स्थित छोटी सी कुंडी का जल कभी नहीं सूखता। भूत-प्रेत पीड़ा से पीड़ित नर-नारियों का यहाँ हर वर्ष तांता लगा रहता है।


बारां में स्थित किस मंदिर में देवी की पीठ की पूजा होती है?

(1) ब्रह्माणी का मंदिर

(2) जगत माता का मंदिर

(3) विभीषण मंदिर

(4) सावित्री मंदिर

[ जेल प्रहरी -2017]

Ans. (1)

व्याख्या - ब्रह्माणी माता का मंदिर बारां के सोरसण गाँव के समीप स्थित एक प्राचीन मंदिर। यह एकमात्र मंदिर है जिसमें देवी की पीठ का शृंगार तथा पूजा की जाती है। इस मंदिर में विगत 400 वर्षों से अखण्ड ज्योति जल रही है। चारों ओर ऊँचे परकोटे से घिरे इस मन्दिर को शैलाश्रय मन्दिर गुफा या मन्दिर भी कहा जाता है। यहाँ माघ शुक्ल सप्तमी को लगने वाला ब्रह्माणी माता का मेला हाड़ौती क्षेत्र का एकमात्र गधों का मेला है।


चाकसू का शीतला माता का मंदिर किसने बनवाया था?

(1) मानसिंह I

(2) प्रताप सिंह 

(3) जयसिंह 

(4) माधोसिंह 

[III Grade (Maths-Science)-25.2.2023] [जेल प्रहरी - 2017] 

Ans. (4)

व्याख्या :- जयपुर की चाकसू तहसील स्थित शील की डूंगरी के पास शीतलामाता के मंदिर पर प्रतिवर्ष चैत्र कृष्णा अष्टमी को विशाल मेला भरता है। मातुरक्षिका देवी शीतला माता के मंदिर का निर्माण जयपुर के भूतपूर्व राजा श्रीमाधोसिंह ने करवाया। शीतला माता / सैढल माता / बोदरी माता राजस्थान की एकमात्र लोक देवी जिसकी पूजा खंडित प्रतिमा के रूप में की जाती है।


मंदिर स्थान सही सुमेलित नहीं है - 

(1) द्वारिकाधीश - कांकरोली 

(2) सुंधा माता - भीनमाल

(3) आईमाता - बिलाड़ा 

(4) ज्वाला माता  - तलवाड़ा

[II Gra. T. - 28.10.18] 

Ans. (4) 

व्याख्या:- ज्वाला माता का प्राचीन मंदिर ( जयपुर ग्रामीण )जोबनेर के विशाल पर्वत पर ज्वाला माता का प्राचीन मंदिर एवं प्रसिद्ध शक्तिपीठ है। इस मंदिर के सभा मंडप के स्तम्भ पर उत्कीर्ण वि.सं 1022 (965 ई.) के शिलालेख से इसकी प्राचीनता का प्रमाण मिलता है। यह मनोहर दासोत खंगारोतों की कुलदेवी है । जनश्रुति है कि अजमेर के शाही सेनापति मुराद (लाल बेग ) ने 1641 ई. के लगभग यहाँ के शासक जैतसिंह के शासनकाल में जोबनेर पर आक्रमण किया तब जोबनेर पर्वतांचल से मधुमक्खियों का विशाल झुण्ड आक्रांता पर टूट पड़ा तथा इस तरह देवी ने स्वयं प्रकट होकर आक्रांता को पराजित किया।


मंदिर व जिलों को सुमेलित कीजिए -

A. कामेश्वर महादेव           1. अलवर 

B. शीतलेश्वर                    2. जोधपुर 

C. पीपला माता                3. झालावाड़ 

D. नीलकंठ                      4. पाली 

      A   B   C    D 

(1) 1    3   4      2 

(2) 4   3   2      1 

(3) 4   2   3      1 

(4) 1   2   3      4

 [RAS-5.8.2018]  

Ans. (2)

व्याख्या:- पाली में स्थित कामेश्वर महादेव के बारे में शिव पुराण में जो वर्णन मिलता है उसके अनुसार यह वही जगह है जहाँ भगवान शिव ने देवताओं के प्रतिनिधि कामदेव को जला कर भस्म कर दिया था।

जोधपुर के पीपाड़ में स्थित पीपलाद माता का मंदिर स्थित है, जिसका निर्माण राजा गंधर्वसेन ने करवाया था। 

अलवर स्थित नीलकण्ठेश्वर महादेव (शिवजी) के मंदिर का निर्माण राजा अजयपाल द्वारा करवाया गया था ।

झालावाड़ में स्थित शीतलेश्वर महादेव का मंदिर राजस्थान का पहला मंदिर है जिसमें निर्माण तिथि (689 ई.) अंकित है ।


परमार राजाओं द्वारा निर्मित मंदिरों के लिए प्रसिद्ध अथूण ( अर्थपूर्णा) नगर राजस्थान के किस जिले में स्थित है? 

(1) बाँसवाड़ा 

(2) प्रतापगढ़ 

(3) उदयपुर 

(4) डूंगरपुर 

[Asstt. Agriculture Officer- 31.05.2019] 

Ans. (1)


अर्थूणा का मंडलेसा मंदिर बनवाया था -

(1) कंकदेव परमार ने 

(2) सत्यराज परमार ने

(3) मण्डलिका परमार ने 

 (4) चामुण्डराज परमार ने 

[I Grade (Sans.Edu.) - 15.11.2022] 

Ans. (4) 


गलत युग्म चुनिए - 

(1) सलीम सिंह जी की हवेली - जैसलमेर 

(2) जसवंत थड़ा - जोधपुर 

(3) अर्थूना मंदिर - डूंगरपुर 

(4) त्रिपुरा सुन्दरी मंदिर - बाँसवाड़ा 

[II Grade - 30.07.2023 (S-I)] 

Ans. (3) 

व्याख्या - अर्थूणा( बाँसवाड़ा) से लगभग 55 किलोमीटर दूर स्थित 'परमारों की राजधानी' के रूप में विख्यात यह नगर उत्कृष्ट शिल्पकला युक्त मंदिरों के कारण जाना जाता है। इसका प्राचीन नाम 'उत्थुनक' है। यहाँ बागड़ राजा चामुण्डराज परमार ने मंडलेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण करवाया।


'कुम्भ - श्याम मंदिर' किस किले में स्थित है? 

(1) चित्तौड़गढ़ किला 

(2) आमेर किला 

(3) कुंभलगढ़ किला 

(4) अचलगढ़ किला

[वनपाल-6.11.2022(S-I)] [क. अनुदेशक (इलेक्ट्रीशियन) - 24.3.2019] 

Ans. (1)


चित्तौड़गढ़ का कुंभ स्वामी मंदिर किस देवता को समर्पित है

(1) सूर्य 

(2) शिव 

(3) विष्णु 

(4) भैरवनाथ 

[ खाद्य सुरक्षा अधिकारी - 25.11.2019] 

Ans. (3) 

व्याख्या - कुम्भ- श्याम मंदिर (विष्णु मंदिर ) 1505 ई. में महाराणा कुम्भा द्वारा जीर्णोद्वारित चित्तौड़गढ़ दुर्ग में इण्डो-आर्यन शैली में निर्मित यह मंदिर विष्णु अवतार वराह का है, जिसे 'कुम्भ स्वामी' मंदिर कहते हैं।


आवरीमाता का मंदिर है - 

(1) निकुम्भ 

(2) आसीन्द 

(3) निम्बाहेड़ा 

(4) कपासन 

[Asst. Agri. Officer : 29.1.2013] 

Ans. (1)

व्याख्या- आवरी माता मंदिर चित्तौड़गढ़ जिले के निकुंभ के भदेसर तहसील में आसारावा गाँव में स्थित है। माना जाता है कि यह मंदिर 750 वर्ष से अधिक पुराना है। यह लकवा और पोलियो के इलाज के लिए प्रसिद्ध है।


बुढ़ादीत सूर्य मंदिर अवस्थित है -

(1) डीडवाना 

(2) डीग 

(3) दीगोद 

(4) देसुरी 

[कॉलेज व्याख्याता -2016] 

Ans. (3)

व्याख्या - बूढ़ादीत का सूर्य मंदिर दीगोद, कोटा में स्थित है। यह पंचायतन शैली में बना यह मंदिर 9वीं - 10वीं शताब्दी पुराना है।


संसेरा जलदेवी माताजी का मन्दिर निम्नलिखित में से किस नगर में स्थित है- 

(1) अजमेर 

(2) जालौर 

(3) राजसमंद 

(4) जोधपुर 

[संगणक-03.03.2024] 

Ans. (3)


राजस्थान का मामा भाँजा मंदिर स्थित है- 

(1) बाँसवाड़ा 

(2) डूंगरपुर 

(3) धवनपुरी 

(4) सिरोही 

[JEN Degree (TSP) Exam 16.10.2016] 

Ans. (2)

व्याख्या:- श्री मल्लिनाथ नेमीनाथ मामा-भांजा जैन मंदिर, मोहल्ला घाटी, खाड़िया (डूंगरपुर) में स्थित है। इसके अतिरिक्त मामा-भांजा का एक अन्य मंदिर फूलदेवरा ( अटरू, बारां) में स्थित है जो कि वास्तव में एक शिवालय है, जिसमें कहीं भी चूने का प्रयोग नहीं किया गया है।


'सात सहेलियों का मंदिर' कहाँ स्थित है-

(1) पिलानी 

(2) भीनमाल 

(3) झालरापाटन 

(4) नागदा

[Librarian Garde-II Exam 02.08.2020] 

Ans. (3)


झालावाड़ के सूर्य मंदिर को...... के रूप में भी जाना जाता है।

(1) सात सहेलियों का मंदिर 

(2) सास बहू मंदिर

(3) कुंवारी कन्या व रसिया का मंदिर 

(4) चारमुख मंदिर 

 [वनरक्षक-13.12.2022 (S-II)] 

Ans. (1)


झालरापाटन के सूर्य मंदिर की विशेषता क्या है? 

(1) आदिरथ 

(2) अष्टभद्र 

(3) सप्तरथ 

(4) अष्टशाल 

[JEN (Civil) Diploma-06.12.2020] 

Ans. (3) 


झालरापाटन (झालावाड़) का सूर्य मंदिर निर्मित किया गया था- 

(1) अर्णोराज

(2) नागभट्ट -II 

 (3) बप्पा रावल 

(4) पृथ्वीराज-II 

[कृषि पर्यवेक्षक- 18.09.2021] 

Ans. (2)


सूर्य और विष्णु के सम्मिलित भाव की प्रतिमा किस मंदिर में प्राप्त होती है ? 

(1) सूर्य मंदिर, झालरापाटन 

(2) सोमेश्वर मंदिर, किराडू 

(3) जगदीश मंदिर, उदयपुर 

(4) श्रीनाथ मंदिर, नाथद्वारा 

[II Grade (S-I) -29.1.2023]

Ans. (1)

व्याख्या - नागभट्ट द्वितीय द्वारा निर्मित पद्मनाथ / सूर्य मंदिर (झालरापाटन) को सात सहेलियों का मंदिर ( मंदिर के गर्भगृह में विष्णु की मूर्ति) भी कहते है। खजुराहो मंदिर शैली में बने इसको कर्नल टॉड ने चारभुजा मंदिर कहा है।


निम्नलिखित में से किस शहर में राव छत्रसाल द्वारा केशवरायपाटन में केशवराव का मंदिर निर्मित कराया गया- 

(1) जोधपुर 

(2) बीकानेर 

(3) बूँदी 

(4) जैसलमेर 

[राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल- 07.11.2020 (II)]

Ans. (3) 


राजस्थान में केशवरायपाटन स्थित प्रसिद्ध हिन्दू केशव मंदिर किस देवता को समर्पित है?

(1) कृष्ण 

(2) विष्णु 

(3) राम 

(4) शिव 

[JEN (Mechanical) Diploma - 20.05.2022]

Ans. (2) 

व्याख्या - केशवराव मंदिर बूँदी के केशवरायपाटन में चंबल नदी पर स्थित है, जिसका राजा रंतीदेव ने संवत 1307 में निर्माण शुरू करवाया परन्तु 1641 में बूँदी के राव छत्रसाल ने इसे पूर्ण करवाया। यह भगवान विष्णु को समर्पित मंदिर है।


मूछाला महावीर का मंदिर कहाँ स्थित है-

 (1) नाडौल 

(2) घाणेराव 

(3) बदनौर 

(4) मैनाल 

[ वनरक्षक- 13.12.2022 (S-1)] [मूल्यांकन अधिकारी- 23.08.2020]

Ans. (2) 


मूछाला महावीर मंदिर घाणेराव (पाली ) राजस्थान में निम्नलिखित में से कौनसा मंदिर महाभारत के एक पात्र बर्बरीक से संबंधित है-

(1) शाकम्भरी मंदिर 

(2) खाटू श्याम मंदिर

(3) बैराठ का मंदिर 

(4) दिलवाड़ा मंदिर

[ राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल- 06.11.2020 (II)] 

Ans. (2) 

व्याख्या - सीकर स्थित श्री खाटू श्याम बाबा की अपूर्व कहानी मध्यकालीन महाभारत से आरम्भ होती है। वे पहले बर्बरीक के नाम से जाने जाते थे। वे अति बलशाली गदाधारी भीम के पुत्र घटोत्कच और दैत्य मूर की पुत्री मोरवी के पुत्र हैं। श्री कृष्ण ने बर्बरीक को वरदान दिया कि वे कलियुग में श्याम के नाम से पूजे जाएँगे ।


लौद्रवा प्रसिद्ध है- 

(1) जैन मंदिर के लिए 

(2) वैष्णो देवी मंदिर के लिए 

(3) रामदेव मंदिर 

(4) लक्ष्मी नारायण मंदिर के लिए 

[(JEN (Mech.) Degree 20.5.2022] [CET : 07.01.2023 (S-I)] 

Ans. (1)

व्याख्या - जैसलमेर के पश्चिम दिशा में लोद्रवा प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थल है। यह स्थान पुराणों में वर्णित प्राचीन काक नदी के तट पर स्थित है। यह जैसलमेर की स्थापना से पूर्व लोद राजपूतों की राजधानी थी जिसे लोद्रवा नाम दिया।


कौनसा समुदाय अपने मंदिरों के लिए 'बडेर' पद का प्रयोग करता है - 

(1) अहीर

 (2) बंजारा 

(3) सिरवी 

(4) देवासी 

[Assistant Agri. Officer 28.05.2022] 

Ans. (3)

व्याख्या - आई माता का मंदिर जोधपुर ग्रामीण के बिलाड़ा में स्थित है। ये सिरवी जाति के क्षत्रियों की कुलदेवी मानी जाती है। सिरवी लोग आई माता के मंदिर को 'दरगाह' कहते हैं। आई माता का थान, जिसमें मूर्ति नहीं होती, को बडेर कहा जाता है। आई माता, रामदेव जी की शिष्या थी। इन्होंने छुआछूत की भावना को दूर कर निम्न वर्ग को ऊँचा उठाने का कार्य किया। ये नवदुर्गा (मानी देवी) का अवतार मानी जाती हैं। आई माता के थान पर अखण्ड ज्योति प्रज्जवलित रहती है, जिससे हमेशा केसर टपकती रहती है ।



सही सुमेलित नहीं है?

(1) कपिल मुनि मंदिर - बीकानेर 

(2) जगदीश मंदिर - उदयपुर 

(3) द्वारकाधीश मंदिर-जयपुर 

(4) मीराबाई मंदिर - चित्तौड़गढ़ 

 [Lab Assit. (Science) -28.06.2022] 

Ans. (3)

व्याख्या - द्वारकाधीश का मंदिर कांकरोली, राजसमन्द तथा झालावाड़ में स्थित है।


जोधपुर नरेश मानसिंह की रानी भटियाणी प्रतापकुँवरी ने अपने द्वारा बनाये गये मंदिर को पुनः अन्यत्र बनवाया क्योंकि पहले वाला मंदिर जमीन में धंस गया था और उसने उसकी प्राण प्रतिष्ठा 1857 में कराई। उस मंदिर का नाम है - 

(1) कुंज बिहारी मंदिर 

(2) महामंदिर 

(3) घनश्याम जी का मंदिर 

(4) तीजा मांजी का मंदिर

[R.A.S. 27.10.2021]

Ans. (4)


गोड़वाड़, सिरोही, आबू, मेवाड़ व गुजरात में जैन धर्म के एक तीर्थंकर के जीवन्त स्वामी स्वरूप की परिचायक मूर्तियाँ सर्वाधिक संख्या में निर्मित हुई है। यह जीवन्त स्वामी हैं तीर्थकर 

(1) पार्श्वनाथ

(2) नेमिनाथ 

(3) महावीर स्वामी 

(4) आदिनाथ 

[ III Gr. Teacher 2006] 

Ans. (3)

व्याख्या - चौबीसवें एवं अंतिम जैन तीर्थकर भगवान महावीर स्वामी ने गृह त्याग से पूर्व 2 वर्ष राजमहल में वीतराग के रूप में साधनारत हो बिताये। इस अवस्था में उन्हें 'जीवन्त स्वामी' की संज्ञा दी गई। राजस्थान के श्वेताम्बर जैन समुदाय में भगवान महावीर का यह स्वरूप बहुत लोकप्रिय रहा। इसी लोकप्रियता के कारण मारवाड़, गौड़वाड़, सिरोही, आबू, मेवाड़ तथा गुजरात क्षेत्र में अलंकृत मुकुट तथा आभूषणों से सुसज्जित राजसी ठाठ के साथ राजकुमार की भाँति भगवान महावीर के जीवन्त स्वामी स्वरूप की परिचायक प्रस्तर तथा धातु मूर्तियाँ सर्वाधिक मात्रा में निर्मित हुई थी। जो छठी शताब्दी से लेकर 12वीं शताब्दी की कालावधि की है। ये मूर्तियाँ प्रमुख रूप से अकोरा (गुजरात), बरबला एवं सेवाड़ी (पाली), ओसियाँ (जोधपुर ग्रामीण), खींवसर (नागौर), आहड़ (उदयपुर) इत्यादि स्थानों पर मिली है।


गलत युग्म पहचानिये-

(1) सहस्रबाहु मंदिर - नागदा 

(2) महानालेश्वर मंदिर - मेनाल

(3) सोमेश्वर मंदिर - सिरोही

(4) घाटेश्वर मंदिर - बाडोली

 [AEN Exam : 16.05.2014] 

Ans. (3) 

व्याख्या - सोमेश्वर मंदिर बाड़मेर में स्थित है। 


कौनसा युग्म असंगत है - 

(1) वशिष्ठजी मंदिर - सिरोही 

(2) लक्ष्मीनारायण मंदिर - अलवर 

(3) समिधेश्वर मंदिर-चित्तौड़ 

(4) रमा वैकुण्ठनाथ- पुष्कर 

[पटवार - 24.10.2021 (Shift -ll)] 

Ans. (2) 

व्याख्या - लक्ष्मीनारायण / तेली मंदिर बारां


सुमेलित कीजिये:-  

A. खजुराहो (सोमेश्वर मंदिर )     1. किराडु 

B. हर्षद माता का मंदिर             2. आभानेरी

C. जूना पत्रसर मंदिर                3. बाड़मेर

D. पारा नगर मंदिर                   4. अलवर

E. शृंगार चंवरी मंदिर                5. चित्तौड़गढ़ 

(1) A-1, B-2, C-3, D-4, E-S 

(2) A-5, B-4, C-3, D-2, E-1 

(3) A-2, B-3, C-4, D-5, E-1 

(4) A-3, B-1, C-2, D-4, E-5 

[Librarian III Grade 11.09.2022]

Ans. (1)


आहड़ के बराह मंदिर का निर्माण किसने करवाया?

(1) नरवाहन 

(2) खुम्माण III

(3) अल्लट 

(4) कालभोज 

[III Grade (Sanskrit) -27.02.2023] 

Ans. (3)

व्याख्या - अल्लट (आलूरावल) ने आहड़ (उदयपुर) में वराह (विष्णु) मंदिर का निर्माण करवाया।


चित्तौड़गढ़ के किले में त्रिभुवन नारायण मंदिर का निर्माता कौन थे ? 

(1) महाराणा मोकल 

(2) भोज परमार 

(3) महाराणा अरिसिंह 

(4) नागभट्ट प्रथम 

[III Grade (L-I) -25.2.2023] 

Ans. (2)

व्याख्या -भोज परमार ने चित्तौड़गढ़ में त्रिभुवन नारायण का भव्य शिवमंदिर बनवाया। उसने धारा नगरी में 'सरस्वती कंठाभरण' नामक पाठशाला बनवायी जिसे भोजशाला भी कहा जाता था ।


नागणेची माता का मन्दिर स्थित है-

(1) जयपुर  

(2) बाड़मेर 

(3) जालौर 

(4) जोधपुर

 [II Grade (II) -29.1.2023]

Ans. (*)

व्याख्या - नागणेची माता का प्रसिद्ध मंदिर नागाणा (पंचपदरा तहसील, बालोतरा जिला) एवं भीनमाल (जालौर) में स्थित है। नागणेची माता के अन्य मंदिर जालौर, जोधपुर, बीकानेर आदि के किलों में भी स्थित है।


सही सुमेलित नहीं है ? 

(1) गुगोर किला - बारां 

(2) तिमनगढ़ किला - करौली 

(3) बोरेश्वर महादेव मंदिर - उदयपुर 

(4) सुनहरी कोठी - टोंक 

[ Protection Officer - 28.01.2023] 

Ans. (3)

व्याख्या - शिव को समर्पित बोरेश्वर महादेव मंदिर सोलज गाँव (डूंगरपुर) में स्थित है।


केन्द्र सरकार के भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग ने किस मंदिर को राष्ट्रीय महत्त्व का स्मारक घोषित किया है-

(1) ब्रह्मा मंदिर, पुष्कर 

(2) त्रिपुरा सुंदरी, बाँसवाड़ा

(3) रणकपुरजैन मंदिर, पाली 

(4) करणीमाता मंदिर, देशनोक 

 [ कनिष्ठ अनुदेशक (वेल्डर) - 26.03.2019] 

Ans. (1)


पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर के अतिरिक्त राजस्थान में ही ब्रह्मा जी का दूसरा मंदिर कहाँ है? 

(1) ओसिया 

(2) आसोतरा 

(3) आशापूर्ण 

(4) डीग 

[P.C. -2007 (III)]

Ans. (2) 


ब्रह्मा मंदिर राजस्थान के किस क्षेत्र में स्थित है? 

(1) अलवर 

(2) बाँसवाड़ा 

(3) जयपुर 

(4) पुष्कर 

[पशु परिचर-1.12.2024 (S-I)]

Ans. (4)


पुष्कर (अजमेर) में कौन-कौन से मंदिर स्थित है- 

(1) ब्रह्मा जी का मंदिर 

(2) सावित्री मंदिर

(3) गायत्री मंदिर 

(4) उपर्युक्त सभी 

[राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-13.06.2024 (II)] 

Ans. (4)


सुमेलित कीजिए-

(1) गलता मंदिर - अजमेर 

(2) सालासर बालाजी मंदिर - चूरू 

(3) एकलिंगजी मंदिर - जयपुर

(4) मेहंदीपुर बालाजी मंदिर- बूँदी 

 [ राजस्थान पुलिस 13.5.2022 (S-I)] 

Ans. (2)

व्याख्या - - गलता मंदिर जयपुर, एकलिंग जी मंदिर उदयपुर, मेहंदीपुर बालाजी मंदिर - दौसा ।



शिला देवी का मंदिर किस किले में अवस्थित है ?

(1) अचलगढ़ 

(2) कुम्भलगढ़ 

(3) आमेर 

(4) मेहरानगढ़ 

 [द्वितीय श्रेणी अध्यापक- 26.04.2017][CET - 4.2.2023 (S-1)] 

Ans. (3)


शिला देवी मंदिर किस जिले में स्थित है-  

(1) बीकानेर 

(2) जोधपुर 

(3) बाड़मेर 

(4) जयपुर 

[राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-13.06.2024 (II)]

Ans. (4) 

व्याख्या - आमेर के महलों में शिलादेवी का प्रसिद्ध मंदिर स्थापित है। शिलामाता की मूर्ति को राजा मानसिंह 16वीं शताब्दी के अन्त में जैस्सोर (बंगाल) शासक केदार को परास्त करके लाये थे। शिलादेवी के मंदिर में संगमरमर का कार्य सवाई मानसिंह द्वितीय ने ई. 1906 में करवाया था।


मध्यकालीन राजस्थान में सर्वाधिक सूर्य मंदिर और सूर्य मूर्तियाँ प्राप्त होने वाला परगना है-

(1) बाँसवाड़ा 

(2) डूंगरपुर 

(3) धवनपुरी 

(4) सिरोही 

[ संरक्षण अधिकारी परीक्षा - 29.05.2019]

Ans. (4)


श्री दिगम्बर जैन ज्ञानोदय तीर्थ क्षेत्र जैन मंदिर नारेली किस शहर में स्थित है। 

(1) अजमेर 

(2) माउंट आबू 

(3) जालौर 

(4) सिरोही

[II Grade GK - 2  -24.12.2022]

Ans. (1)


निम्नलिखित में से कौनसे युग्म सही सुमेलित हैं?
A. ज्वाला माता मंदिर - जोबनेर
B. कैवाय माता मंदिर किनसरिया
C. सुंधा माता मन्दिर - सांभर
कूट:-
(1) A, B और C
(2) B और C
(3) A और B

(4) A और C

(5) अनुत्तरित

Asst. Prof. (Sanskrit College Edu.) - 2024 (GENERAL STUDIES OF RAJASTHAN)
Ans.(3)

'गुलाब श्याम का वैष्णव मंदिर' स्थित है
(1) चावंड में
(2) उदयपुर में
(3) चित्तौड़ में
(4) गोगुन्दा में
(5) अनुत्तरित प्रश्न
[Sr. Teacher (Sanskrit Edu.Deptt.) Comp. Exam - 2024, Subject : G. K. and Educational Psychology]
Ans. (4)

अर्थना के 'मण्डलेश्वर मन्दिर' का निर्माण किस राजवंश द्वारा करवाया गया?
(1) चौहान
(3) गुहिल
(2) प्रतिहार
(4) परमार
(5) अनुत्तरित प्रश्न
Asst. Prof. (Sanskrit College Edu.) - 2024 (GENERAL STUDIES OF RAJASTHAN)
Ans.(4)

कुम्भाकालीन मंदिरों के शिखर में किस शैली का प्रयोग हुआ है?
(1) बेसर शैली
(2) द्रविड़ शैली
(3) नागर शैली
(4) गोथिक शैली
(5) अनुत्तरित प्रश्न
Asst. Prof. (Sanskrit College Edu.) - 2024 (HISTORY-II)
Ans. (3)

चित्तौड़ का कालिका माता मंदिर प्रारम्भ में किस रूप में था- 
(1) वैष्णव मंदिर 
(2) सूर्यमंदिर 
(3) जैन मंदिर 
(4) शाक्त मंदिर 
[संग्रहालयाध्यक्ष - 19.06.2024] 
Ans. (2) 
व्याख्या - गुहिल वंशीय राजाओं द्वारा निर्मित सूर्य को समर्पित प्राचीनतम मंदिर (713 ई. का) चित्तौड़ दुर्ग में है जो अब कालिका माता के नाम से प्रसिद्ध है।

तरताई माता जिसका मंदिर तलवाड़ा (बाँसवाड़ा) में स्थित है, उन्हें किस और नाम से जाना जाता है? 
(1) गजलक्ष्मी 
(2) महाकाली 
(3) त्रिपुरा सुन्दरी 
(4) आवरी माता 
[CET -4.2.2023 (S-II)] 
Ans. (3) 

अपनी गोपुरम आकृति के लिए प्रसिद्ध रंगनाथ मंदिर, जिसका निर्माण सेठ पूरणमल ने 1844 ई. में करवाया, कहाँ स्थित है? 
(1) पुष्कर 
(2) नाथद्वारा 
(3) करौली 
(4) आबू रोड़ 
[Jr. Accountant 04.10.16] [P. C. -2007(1)] 
Ans. (1) 
व्याख्या - रंगनाथजी (पुष्कर, अजमेर) : मूलतः यह विष्णु मंदिर भगवान विष्णु, लक्ष्मी एवं नृसिंह की मूर्तियों से मंडित है। 1844 ई. में इस मंदिर का निर्माण सेठ पूरणमल ने करवाया था।

मेवाड़ के शासक का नाम बताइए जिसने चित्तौड़ के समाधिश्वर के मंदिर का जीर्णोद्धार करवाकर पूर्व मध्यकालीन तक्षण कला को जीवित रखा- 
(1) मोकल 
(2) लक्ष्य सिंह 
(3) हम्मीर 
(4) क्षेत्र सिंह 
[Assistant Archivist-03.08.2024] 
Ans. (1) 
व्याख्या - समिद्धेश्वर महादेव/मोकलजी मंदिर (चित्तौड़गढ़) - मारु गुर्जर शैली/ नागर शैली में बने इस शिव मंदिर का निर्माण मालवा के परमार राजा भोज ने करवाया तथा महाराणा मोकल ने 1428 में इसका जीर्णोद्धार करवाया।

राजस्थान के किस किले में त्रिनेत्र गणेश मंदिर स्थित है? 
(1) रणथम्भौर 
(2) चित्तौडगढ़ 
(3) जालौर 
(4) सिवाना 
[राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-15.07.2018 (II)] [पशु परिचर-3.12.2024 (S-II)] 
Ans. (1) 
व्याख्या - गणेशजी का त्रिनेत्र मंदिर-सवाई माधोपुर के रणथम्भौर दुर्ग में इस मंदिर को शादी का प्रथम आमंत्रण भेजते हैं। विभिन्न जिलों में गणेश जी के रूप- एक दृष्टि में नृत्यरत गणेश की मूर्ति-सरिस्का (अलवर) त्रिनेत्र गणेश जी की मूर्ति - रणथम्भौर (सवाईमाधेपुर) बाजना गणेश जी की मूर्ति-माउण्ट आबू (सिरोही) खड़े गणेश जी की मूर्ति - कोटा सिंह पर सवार गणेश जी की मूर्ति हैराम्ब गणपति- जूनागढ़ दुर्ग, बीकानेर, बिना सूंड का गणेश मंदिर-गढ़ गणेश, जयपुर 

रणथम्भौर दुर्ग में किसका प्रसिद्ध मंदिर बना है? 
(1) आदिनाथ का 
(2) चातुण्डा देवी का 
(3) त्रिनेश गणेश जी का 
(4) शिव जी का 
[PTI (Grade-III)-25.9.2022] [जेल प्रहरी परीक्षा-2017] 
Ans. (3)

क्या आप जानते हैं?

इडाणा माता मंदिर (बम्बोरा, सलूम्बर) अग्नि स्नान करने वाली देवी, मेवल की महारानी कहलाती है।

जावर माता मंदिर (जावरखान, सलूम्बर)

सरकी माता मंदिर, पाडा माता मंदिर (डीडवाना - कुचामन ) मरकंडी माता मंदिर (निमाज, ब्यावर )

धनोप माता मंदिर (शाहपुरा, भीलवाड़ा )

मनसा माता मंदिर - उदयपुरवाटी (नीम का थाना,सीकर)

राणी भटियाणी माता मंदिर जसोल (बालोतरा )

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