सकल घरेलू उत्पाद (Gross Domestic Product या GDP)
सकल राष्ट्रीय उत्पाद (GNP) के अतिरिक्त देश की कुल वार्षिक आय को व्यक्त करने के लिए एक और महत्त्वपूर्ण धारणा सकल घरेलू उत्पाद (Gross Domestic Product) की है जिसका आजकल अधिक प्रयोग होने लगा है।
सकल घरेलू उत्पाद किसी देश के भीतर (domestic territory) एक वर्ष में अन्तिम पदार्थ तथा सेवाओं के कुर उत्पादन के मूल्य को कहते है चाहे यह उत्पादन देशवासियों द्वारा किया जाए अथवा विदेशियों द्वारा।
सकल राष्ट्रीय उत्पार (GNP) तथा सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में अन्तर ‘विदेशों से प्राप्त निवल साधन आय’ (Net Factor Income from Abroad) के कारण है।
यदि राष्ट्रीय उत्पाद (GNP) में से विदेशों से प्राप्त निवल साधन आय को घटा दें तो हमें सकत घरेलू उत्पाद (GDP) प्राप्त होगा।
अंतः सकल घरेलू उत्पाद (GDP) सकल राष्ट्रीय उत्पाद (GNP) विदेशों से प्राप्त निवल साधन आय अब प्रश्न यह है कि विदेशों से प्राप्त साधन आय किसे कहते हैं। कई भारतीय फ़र्मों तथा व्यक्तियों ने USA, ब्रिटेन, फ्रांस आदि देशों में फैक्ट्रियों, इमारतों (buildings), दुकानों, दफ्तरों आदि में निवेश किया हुआ है जिससे उन्हें लाभ, ब्याज तथा किराया आदि जैसी साधन आय प्राप्त होती है। इसके अतिरिक्त कई भारतीय फर्मों तथ व्यक्तियों ने विदेशी ऋण-पत्र तथा शेयर खरीद रखें हैं जिनसे उनको विदेशों से ब्याज तथा लाभ की आय प्राप्त होती है। भारतोयों द्वारा उन सभी साधन-आयों को जो वे विदेशों से अर्जित करते हैं को ‘विदेशों से प्राप्त साधन आय’ (Factor Income from Abroad) कहते हैं।
इस प्रकार कुछ USA, ब्रिटेन आदि की विदेशी फर्मों तथा व्यक्तियों ने भारत में फैक्ट्रियों, दफ्तरों, इमारतें (buildings), भारतीय कम्पनियों के शेयर तथा ऋण-पत्रों (bonds) में निवेश किए हुए होते हैं जिनसे उन्हें लाभ, किराय ब्याज आदि साधन आय प्राप्त होती है। इन सभी प्रकार की विदेशियों द्वारा अर्जित साधन आयों को भारतीय फर्मों तथा व्यक्तियों द्वारा विदेशों से अर्जित आयों में से घटा दिया जाए तो हमें भारत की ‘विदेशों से प्राप्त निवल साधन आय’ (Net Factor Income from abroad) होगी।
GDP = GNP - विदेशों से प्राप्त निवल साधन आय
अथवा
GNP = GDP + विदेशों से प्राप्त निवल साधन आय
यदि “विदेशों से प्राप्त निवल साधन आय” धनात्मक (positive) होगी तो देश का सकल राष्ट्रीय उत्पाद (GNP) उसके सकल घरेलू उत्पाद (GDP) से अधिक होगा। इसके अतिरिक्त यदि किसी देश को “विदेशों से प्राप्त निवल साधन आय” ऋणात्मक (negative) हैं तो उस देश का सकल राष्ट्रीय उत्पाद (GNP) उसके सकल घरेलू उत्पाद (GDP) से कम होगा।
विदेशों से प्राप्त निवल साधन आय के निम्न चार प्रमुख संगठक हैं:-
(1) विदेशों से अर्जित भारतीय कर्मचारियों (Indian Employees) द्वारा प्राप्त निवल (Net) मज़दूरी तथा वेतन (Net wages and salaries carned abroad by Indian employees)
(2) भारतीय फर्मों तथा व्यक्तियों द्वारा विदेशी सम्पत्ति से अर्जित निवल आय जैसे किराया, ब्याज आदि (Net Income from Property held abroad)
(3) भारतीय उद्यमकर्ताओं द्वारा विदेशों से प्राप्त निवल लाभ, लाभांश (dividends)
(4) विदेशों में भारतीय कम्पनियों के निवल अवितरित लाभ (Net retained earnings)
‘निवल (Net)’ आय का अर्थ है कि भारतीय फर्मों तथा व्यक्तियों द्वारा विदेशों से अर्जित साधन आयों में विदेशी फर्मों तथा व्यक्तियों द्वारा भारत से अर्जित समाज प्रकार की साधन आयों को घटाने के बाद बच रही साधन आय।
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