उपभोग्य आय (Disposable Income या DI)
व्यक्तियों तथा परिवारों के पास जो वैयक्तिक आय (Personal Income) होती है, वह सारी-की-सारी उपभोग में नहीं लाई जा सकती। ऐसी क्यों ? क्योंकि वैयक्तिक आय का एक अच्छा खासा भाग उन्हें वैयक्तिक करें (Personal Taxes) के रूप में सरकार को चुकाना पड़ता है और केवल जो भाग शेष बच रहता है, वही उपभोग के काम में लाया जा सकता है। आय-कर (Income Tax), वैयक्तिक सम्पत्ति कर (Personal Property Tax) वैयक्तिक करों के प्रमुख उदाहरण हैं।
उपभोग्य आय(Disposable Income) = वैयक्तिक आय(Personal Income) – वैयक्तिक कर(Personal Taxes)
यह आवश्यक नहीं कि उपभोग्यपूर्ण रूप से उपयोग ही कर ली जाय। व्यक्ति या परियार प्रायः अपनी उपभोग व्याय के एक बड़े भाग का हो उपयोग करते हैं और जो शेष बच रहता है यह बचत के रूप में रख लेते हैं।
उपभोग्य आय(Disposable Income) = उपभोग(Consumption) + बचत(Saving)
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