📜संविधान सभा की समितियां
संविधान सभा ने संविधान के निर्माण से संबंधित विभिन्न कायों को करने के लिए कई समितियों का गठन किया।
इनमें से 8 बड़ी समितियां थी तथा अन्य छोटी।
इन समितियों तथा इनके अध्यक्षों के नाम इस प्रकार है:–
बड़ी समितियां
1. संघ/केंद्रीय शक्ति समिति:– जवाहरलाल नेहरू (कुल सदस्य:–15)
2. संघीय संविधान समिति:– जवाहरलाल नेहरू
3. प्रांतीय संविधान समिति:– सरदार पटेल (कुल सदस्य:–25)
4. प्रारूप समिति:– डॉ. बी. आर. अंबेडकर
5. मौलिक अधिकारों, अल्पसंख्यकों एवं जनजातियों तथा बहिष्कृत क्षेत्रों के लिए सलाहकार समिति (परामर्शदाता समिति):– सरदार पटेल (कुल सदस्य:–54)
इस समिति के अंतर्गत निम्नलिखित पांच उप समितियां थीं:–
क) मौलिक अधिकार उप-समिति:– जे.बी. कृपलानीख) अल्पसंख्यक उप-समिति:– एच.सी. मुखर्जीग) उत्तर-पूर्व सीमांत जनजातीय क्षेत्र असम को छोड़कर तथा आंशिक रूप से छोड़े गए क्षेत्र के लिए उप:- समिति गोपीनाथ बोर्दोलोई।घ) छोड़े गए एवं आशिक रूप से छोड़े गए क्षेत्रों (असम में सिंचित क्षेत्रों के अलावा) के लिए उप-समिति:- ए.वी. ठक्कर।ड़) उत्तर-पश्चिम फरियर जनजाति क्षेत्र उप-समिति[ब्रिटिश सरकार को 3 जून, 1947 के बयान का राजनीतिक परिणाम यह हुआ कि जनमत संग्रह का पालन करके उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत और बलूचिस्तान पाकिस्तानी राज्य के भूभाग का हिस्सा बन गए और नतीजतन इस क्षेत्र के जनजातीय इलाके इसी राज्य या शासन के अंतर्गत आ गए। उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत तथा बलूचिस्तान में जनजातीय क्षेत्रों के लिए उप-समिति को इसीलिए भारत की सविधान सभा की तरफ से कार्य करने के लिए नहीं बुलाया गया (बी. शिवराय, रिफ्रेमिंग ऑफ इडियन कस्टीट्यूशन: सेलेक्ट डॉक्यूमेंट्स, बॉल्यूम III. पृष्ठ 661)। उप-समिति के सदस्य थे खान अब्दुल गफ्फार स्वां, खान अब्दुल समद त्यां तथा मेहर चंद खन्ना। अध्यक्ष के बारे में जानकारी नहीं मिलती।]
6. प्रक्रिया नियम समिति:– डॉ. राजेंद्र प्रसाद
7. राज्यों के लिये समिति (राज्यों से समझौता करने वाली):- जवाहरलाल नेहरू
8. संचालन समिति:– डॉ. राजेंद्र प्रसाद । इसमें तीन सदस्य डॉ. के.एम. मुंशी, गोपालस्वामी अयंगर और भगवान दास थे।
छोटी समितियां
1. वित्त एवं कर्मचारी (स्टाफ) समिति:– डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
2. प्रत्यायक (क्रडेनियल) समिति:– अल्लादि कृष्णास्वामी अध्यर
3. सदन समिति:– बी. पट्टाभिसीतारमैग्या
4. कार्य संचालन समिति डॉ. के. एम. मुंशी
5. राष्ट्र ध्वज संबंधी तदर्थ समिति:– डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
6. संविधान सभा के कार्यों के लिए समिति:– जी.वी. मावलंकर
7. सर्वोच्च न्यायालय के लिए तदर्थ समिति:– एस. वरदाचारी (जो कि सभा के सदस्य नहीं थे)
8. मुख्य आयुक्तों के प्रांतों के लिए समिति:– बी. पट्टाभिसीतारमैव्या
9. संघीय संविधान के वित्तिय प्रावधानों संबंधी समिति:– नलिनी रंजन सरकार (जो कि सभा के सदस्य नहीं थे)
10. भाषाई प्रांत आयोग:– एस.के. डार (जो कि सभा के सदस्य नहीं थे)
11. प्रारूप संविधान की जांच के लिए विशेष समिति:– जवाहरलाल नेहरू
12. प्रेस दीर्घा समिति:– ऊषा नाथ सेन
13. नागरिकता पर तदर्थ समिति:– एस. वरदाचारी (जो कि सभा के सदस्य नहीं थे)
प्रारूप समिति:–
संविधान सभा की सभी समितियों में सबसे ज्यादा महत्त्वपूर्ण थी प्रारूप समिति। इसका गठन 29 अगस्त, 1947 को हुआ था। यह वह समिति थी, जिसे गए संविधान का प्रारूप तैयार करने की जिम्मेदारी सीपी गई थी। इसमें कुल 7 सदस्य थे जिनके नाम इस प्रकार हैं:–
1. डॉक्टर बी. आर. अंबेडकर (अध्यक्ष)
2. एन. गोपालस्वामी आयंगर3. अल्लादी कृष्णस्वामी अय्यर4. डॉक्टर के.एम. मुंशी5. सैय्यद मोहम्मद सादुल्ला6. एन. माधव राव (इन्होंने बी. एल. मित्र की जगह ली, जिन्होंने स्वास्थ्य कारणों से त्याग-पत्र दे दिया था)7. टी.टी. कृष्णामचारी (इन्होंने सन् 1948 में डी.पी. खेतान की मृत्यु के बाद उनकी जगह ली)
विभिन्न समितियों के प्रस्तावों पर विचार करने के बाद प्रारूप समिति ने भारत के संविधान का पहला प्रारूप तैयार किया। इसे फरवरी 1948 में प्रकाशित किया गया।
भारत के लोगों को इस प्रारूप पर चर्चा करने और संशोधनों का प्रस्ताव देने के लिए 8 माह का समय दिया गया। लोगों की शिकायतों, आलोचनाओं और सुझावों के परिप्रेक्ष्य में प्रारूप समिति ने दूसरा प्रारूप तैयार किया, जिसे अक्टूबर 1948 में प्रकाशित किया गया।
प्रारूप समिति ने अपना प्रारूप तैयार करने में छह माह से भी कम का समय लिया।
इस दौरान उसकी कुल 141 बैठकें हुई।
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