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इनपुट या आगम युक्तियां

इनपुट(INPUT) या आगम युक्तियां

✍️Key board


कंप्यूटर का कीबोर्ड टाइप राइटर के कीबोर्ड से काफी मिलता-जुलता है।

डाटा को इनपुट करने का सर्वाधिक प्रचलित माध्यम है।

इसमें अनेक कुंजियां होती हैं जो कंप्यूटर को दिशा निर्देश देने का काम करती हैं।
कंप्यूटर की-बोर्ड में समानांतर पंक्तियों और कॉलमों में इलेक्ट्रॉनिक परिपथों के साथ माइक्रोप्लस सूचनाओं को सपन्दों में बदलते हैं।
जैसे ही किसी कुंजी को दबाया जाता है वैसी पंक्तियां कोल्लम के बीच संपर्क स्थापित हो जाता है।
यह विद्युत स्पन्द माइक्रोप्रोसेसर से होती हुई सीपीयू में पहुंचती है। 
सभी कंप्यूटरों के कीबोर्ड बिल्कुल एक जैसे नहीं दिखते उनमें अंतर होता है।
कीबोर्ड से हम टाइप करते हैं।
गणित के निर्देश भी हम कि बोर्ड द्वारा देते हैं।
की-बोर्ड की key कंप्यूटर को डाटा देने के लिए प्रयोग की जाती है।

⭐सामान्य कीबोर्ड में लगभग 101 से 105 तक Key होती है, जो निम्न प्रकार की होती हैं-


अक्षरों की key— A से Z तक

संख्याओं की key— 0 से 9 तक

डॉसरेक्ट या कर्सर key— up,down, right,left
पंक्चुएशन key—     .     ,       ;    '    :.   "

सिम्बल key—   +  -   *   /   $   #  !  @  %  ^  () = | ?   Etc.

स्पेशल key— Enter, shift, Alt, Ctrl, Tab, Ins, Del, Pgup, pgDn, Home,Caps Lock, Num Lock, Pause, Esc, PrintScreen, Scroll Lock, End

फंक्शन keys— F1 से F12 तक

⭐कंप्यूटर के की-बोर्ड के अक्षरों का क्रम
QWERTYUIOP
ASDFGHJKL
ZXCVBNM

⭐Keys का उपयोग-


🧠Shift के साथ अन्य अक्षरों को दबाने पर कैपिटल लेटर टाइप होता है।
की-बोर्ड में इनकी संख्या दो होती है।

🧠Caps lock को ON करने के बाद कोई भी लैटर टाइप करने पर कैपिटल लैटर में टाइप होगा।
इससे ऑन करने पर इस बटन की लाइट चालू हो जाती है, यह जब तक कौन रहता है तब तक कैपिटल अक्षर में ही टाइपिंग होती है।

🧠Numeric keys-
 इन बर्तनों पर नंबर 0 से 9 तक लिखे होते हैं।
इनका क्रम निम्नलिखित प्रकार से होता है-
इन पर कुछ विशेष सिंबल होतेे हैं। 
उदाहरण-
2- @
3- #
5- %
7- &
8- *

इन संकेतों को लिखने के लिए Shift key के साथ नंबर key को दबाया जाता है।

कीबोर्ड में दूसरी जगह भी इनका एक अलग से पैड दिया होता है।
इनमें से कुछ के ऊपर तीर के निशान बने होते हैं, जिन्हें कर्सर Key का जाता है, जिसकी सहायता से कर्सर को अलग-अलग दिशा में गति करवाया जा सकता है।

🧠Function Keys-  
की-बोर्ड में सबसे ऊपर होती है। 
इन्हें Keyboard में F1 से F12 तक लिखा जाता है। Function Keys का उपयोग किसी विशेष कार्य को करने के लिए किया जाता है। 
इनका हर प्रोग्राम में अलग कार्य होता है।

⌨️ F1 Function Key का इस्तेमाल अधिकतर Programs में Help Center को खोलने के लिए किया जाता हैं।

F1 – Open Help
Windows Key+F1 – Open Windows Help and Support Center
Ctrl+F1 – Open Task Pane

⌨️F2 Function Key का इस्तेमाल Files और Folders को Rename करना, MS Word में Document का Print Preview देखने के लिए, MS Excel में Active Cell को Edit करने के लिए किया जा सकता हैं। 
इनके अलावा CMOS Setup भी Enter किया जा सकता हैं।
F2 – Rename Files or Folders
Ctrl+F2 – Open Print Preview in MS Word
Alt+shift+F2 – Open Save or Save As Window in MS Word
F2 – Edit Active Cell in MS Excel और Enter CMOS Setup

⌨️F3 Function Key का उपयोग Windows और Browsers में Search Option (Find) को Active करने के लिए किया जाता हैं। 
MS Word में F3 Key के माध्यम से Text को Lowercase में Change किया जा सकता हैं।
Windows के Advance Search Option को भी Active किया जा सकता हैं।

F3 – Browsers, Windows में Search Option Active करने के लिए
Shift+F3 – Highlighted Text को Lowercase में बदलने के लिए
Windows Key+F3 – Active Windows Advance Find Box

⌨️F4 Function Key का इस्तेमाल Window Explorer और Internet Explorer में Address Bar Active करने के लिए किया जाता हैं। 
लेकिन सबसे ज्यादा F4 Key का उपयोग Computer Shut Down करने के लिए किया जाता हैं और इसके माध्यम से Active Window को भी बंद किया जा सकता हैं।

F4 – Open Address Bar
Alt+F4 – Close Active Window
Alt+F4 – Shut Down, Restart, Sleep, Switch User

⌨️F5 Function Key का इस्तेमाल Browsers में Page या Document Windows को Reload करने के लिए किया जाता हैं। 
Folders में Content List को Refresh करने के लिए किया जाता हैं।
MS Word और PowerPoint में कई कार्यों को करने के लिए भी F5 Key का इस्तेमाल होता हैं।
किसी पेज को Complete Refresh भी F5 Key द्वारा किया जा सकता हैं।

F5 – Refresh Windows
F5 – Refresh Folders Content List
F5 – Start Slide Show in PowerPoint
F5 – Reload Page or Document Window in Browsers
Ctrl+F5 – To Complete Refresh

⌨️F6 Function Key का ज्यादा इस्तेमाल नही किया जाता हैं, लेकिन Laptops में F6 Key का इस्तेमाल Speaker Volume को कम करने के लिए किया जाता हैं। 
MS Word में Previous Window में जाने के लिए किया जाता हैं।
Cursor को Direct Address Bar में ले जाने के लिए भी F6 Key का उपयोग किया जाता है.

F6 – Volume Down in Laptops
F6 – Take Cursor in Address Bar
Ctrl+shift+F6 – Open Preview Window in MS Word

⌨️F7 Function Key का इस्तेमाल Laptops में Speaker Volume को बढाने के लिए किया जाता हैं। 
MS Office में Spell Check एवं Grammar Check किया जा सकता हैं।
Firefox Browser में Caret Browsing को शुरु किया जा सकता हैं।

F7 – Volume Up in Laptops (On Some Brands)

F7 – Spell and Grammar Check in MS Office

F7 – Start Caret Browsing in Firefox Browser

Shift+F7 – Thesaurus Check in MS Office

⌨️F8 Function Key का उपयोग Windows में कुछ Advance Functions को Active करने के लिए किया जाता हैं। 
इसके द्वारा Windows को Safe Mode में Start किया जा सकता हैं।
इसके अलावा Windows Startup Menu तथा Windows Recovery System को Access करने के लिए भी किया जाता हैं।

F8 – Start Safe Mode
F8 – Access Startup Menu, Windows Recovery System

⌨️F9 Function Key का उपयोग Word Document को Refresh करने के लिए किया जाता हैं और Outlook में E-mail भेजने और प्राप्त करने के लिए किया जाता हैं।
Laptops में Screen Brightness को कम करने के लिए इस्तेमाल करते हैं।

F9 – Reduce Screen Brightness in Laptops
F9 – Send and Receive E-mails in Outlook
F9 – Refresh Word Documents

⌨️F10 Function Key का इस्तेमाल Laptops में Screen Brightness को बढाने के लिए करते हैं और Programs में Menu Bar को Highlight भी किया जाता हैं। 
Right-Click Menu को भी Active कर सकते हैं।

F10 – Increase Screen Brightness in Laptops
F10 – Highlight Menu Bar
Shift+F10 – Open Right-Click Menu

⌨️F11 –  Function Key का उपयोग Full Screen Mode को Open और Close करने के लिए किया जाता हैं.

F11 – Open or Close Full Screen Mode

⌨️F12 Function Key का इस्तेमाल अधिकतर MS Word में किया जाता हैं।
Modern Browsers में इस Key द्वारा Developer Tool को Open करने के लिए किया जाता हैं।

F12 – Open Developer Tool in Browsers
F12 – Open Save As Window in Word
Ctrl+F12 – Open Document in Word
Shift+F12 – Open Save Document in Word

🧠Enter key

यह सबसे महत्वपूर्ण की है।
प्रत्येक कमान टाइप करने के बाद इसे दबाना जरूरी है।
की-बोर्ड में इसकी संख्या दो होती है।
इसका use अगली line शुरू करने के लिए किया जाता है।
जब Enter को दबाया जाता है तो Cursor अगली line के शुरूआत में चला जाता है।
Enter Key ‘OK’ button का कार्य भी करती है।

🧠Space bar

यह कीबोर्ड की सबसे बड़ी key है।
इसका उपयोग Cursor को एक space आगे खिसकाने के लिए किया जाता है।

🧠Del key/Delete key
किसी अक्सर या संख्या को लाइन से मिटाने के लिए प्रयोग की जाती है।

🧠Backspace
Backspace का use Cursor के आगे के तथा select किए हुए text को delete करने के लिए किया जाता है।
इसके साथ ही अलग-अलग सॉफ्टवेयर में इसका कार्य बदल जाता है।

कुछ मुख्य Control Keys और उनका उपयोग

🧠Esc Key
Esc Key का use वर्तमान में चालु किसी task को cancel करने के लिए किया जाता है. Esc Key पूरा नाम Escape Key है।

🧠Ctrl Key
Ctrl Key का पूरा नाम Control Key है। 
इसका use Keyboard Shortcuts में किया जाता है।

🧠 Alt Key
Alt Key का पूरा नाम Alter Key है, इसका use भी Keyboard Shortcuts में किया जाता है।
इनका प्रयोग सामान्य key के साथ वेट लिफ्ट वैकल्पिक अक्षरों को टाइप करने के लिए किया जाता है।
इनकी संख्या दो होती है।

🧠Windows Logo Key
इस Key का use Start Menu को Open करने के लिए किया जाता है।

🧠Menu Key
Menu Key माउस के Right Click के समान ही कार्य करती है। 
यह किसी चुने हुए प्रोग्राम से संबंधित विकल्पों को open करती है।

🧠PrtScr Key
कम्प्युटर स्क्रीन की Image लेने के लिए इस Key का use किया जाता है।

🧠Tab Key
Tab का use एक साथ कई अक्षरों का space देने के लिए किया जाता है।
इससे कर्सर को एक बार में 5 स्थान आगे ले जा सकते हैं
तथा शिफ्ट के साथ दबाकर कर्सर को 5 तक वापस ला सकते हैं।
इसके अलावा भी इसके कई उपयोग है।
Tab का use कुछ Keyboard Shortcuts में भी किया जाता है। 
टैब बटन कम्प्यूटर में केवले एक ही होता है,जो बाएं तरफ स्थित होता है।

🧠Page Up Key
Page Up Key का use Cursor एवं किसी page को कुछ ऊपर सरकाने के लिए किया जाता है।

🧠Page Down Key
Page Down Key का use Cursor एवं किसी page को कुछ नीचे सरकाने के लिए किया जाता है।

🧠Pause or Break key
इसका उपयोग कंप्यूटर से टैक्स्ट को बीच में रोकने के लिए किया जाता है।

🧠Insert key
इसको दबा कर दो अक्षरों के बीच कोई नया अक्षर लिखा जा सकता है।

🧠Home key
इसका उपयोग पेज के सबसे ऊपर जाने में किया जाता है।



⭐Indicator Lights
Keyboard में तीन तरह की Indicator light (संकेतक) होती है— Num Lock, Scroll Lock और Caps Lock

🧠Num Lock
जब Keyboard में पहली light जली होती है तो इसका अर्थ है कि Numeric Keypad चालु है। 
यदि ये बंद हो तो इसका अर्थ है कि Numeric Keypad बंद है।

Numeric Keypad का उपयोग
Numeric Keypad Keyboard के दांये तरफ होता है। इसमें 0 से 9 तक संख्याए होती है तथा साथ ही गणीतिय चिन्ह- addition, subtraction, division, multiplication तथा decimal चिन्ह भी होते है।

🧠 Scroll Lock 
हमें scrolling के बारे में संकेत करती है।

🧠Caps Lock
Caps lock की light हमें letters के Uppercase और Lowercase के बारे में संकेत करती है। 
जब, ये बंद होती है तो letter lowercase में होते है, और जब ये चालु होती है तो letter uppercase में होते है।

💥सर्वाधिक प्रचलित कीबोर्ड

1. पारंपरिक की-बोर्ड
पूर्ण आकार का दृढ़ व आयताकार होता है।

2. लचीले की-बोर्ड
इसे आसानी से मोरिया लपेट सकते हैं।

3. एर्गोनोमिक की-बोर्ड
इसकी व्यवस्था आयताकार नहीं होती है और इसमें हथेली रखने के लिए एक पाम रेस्ट प्रदान किया जाता है।
टाइपिंग सी कलाई में होने वाले दर्द से बचाने के लिए इस विशिष्ट रूप को डिजाइन किया गया है।

4. वायरलेस की-बोर्ड
यह ब्लूटूथ या वाईफाई के माध्यम से और हवा के माध्यम से कनेक्ट रहता है।

5. पीडीए की-बोर्ड
ईमेल भेजने, डॉक्यूमेंट बनाने तथा अन्य कार्यों को करने के लिए पीडीए और स्मार्ट फोनों के लिए सूक्ष्म मिनिएचर की-बोर्ड बनाया गया है।


⭐की-बोर्ड टाइपिंग-

कुंजियां को बिना देखे टाइप करने को टच टाइपिंग कहते हैं।
इस तरीके में अंगुलियों की स्थिति को होम पोजीशन कहते हैं।
इसमें टाइप करने के बाद अमूल्य अपने आप अपनी स्थिति में आ जाती हैं
ओम पोजीशन में अंगुलियों के बीच में G और H keys दिखाई देती हैं।

[Note:- आधुनिक कम्प्यूटर कीबोर्ड का आविष्कार, Christopher Latham Sholes, ने सन 1868 में किया था, क्योंकि इसी दिन इनको आधुनिक टाइपराइटर का पैटेंट हांसिल हुआ था।]

⭐Pointing device


✍️ जॉय स्टिक(Joystick) और पैडल


कंप्यूटर पर वीडियो गेम खेलने के लिए एक विशेष इनपुट है।
इसकी कार्यप्रणाली ट्रैकबॉल की तरह होती है परंतु इसमें बोल के स्थान पर हैंडल लगा होता है, जिसकी सहायता से खेल को नियंत्रित किया जाता है।

✍️लाइट पेन (Light pen)

यह एक प्रकाश विद्युतीय (फोटो इलेक्ट्रॉनिक) परिपथ को बंद कर देता है और डाटा को प्रविष्ट करने के लिए स्थान की पहचान करता है।
इसका प्रयोग कंप्यूटर स्क्रीन पर चित्र बनाने, बारकोड को पढ़ने तथा डाटा को लिखने में किया जाता है।
यह एक चमकीला प्रकाश से बिंदु पर्दे के पीछे क्रिया करता है और पर्दे पर कोई भी आकृति पैदा कर देता है।


✍️ माउस


यह हाथ से पकड़ कर चलाई जाने वाली एक ऑनलाइन इनपुट युक्ति है जो प्राय एक तार द्वारा सीपीयू से जुड़ी होती है।
वर्तमान में ब्लूटूथ या वाईफाई माउस भी उपलब्ध हैं
माउस का अविष्कार वर्ष 1977 में डग्लस-सी एंजेल्वरर्ट ने किया था।
इस की तली में लगी रब्बर की बाल, माउस मिल गई छोटे रोलर को संबोधित करती है और स्तर पर कर सर को आवश्यकतानुसार हिलाने में मदद करती है।
माउस का उपयोग मुख्य रूप से कर्सर या प्वाइंटर को नियंत्रित करने में किया जाता है।

माउस मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं-

1. तार रहित माउस(Cordless mouse)
यह एक बैटरी द्वारा संचालित रहता है।
इसमें सिस्टम यूनिट के साथ संचार करने के लिए एक विशिष्ट रूप से रेडियो तरंगों या इंफ्रारेड प्रकाश कर्मो का उपयोग किया जाता है।

2. मैकेनिकल माउस(Mechanical mouse)
इसके तल में 1 गेंद होती है और एक तार के साथ सिस्टम से जुड़ा होता है।
जब इसको किसी समतल सतह पर चलाते हैं तो बॉल गोल घूमती है और स्क्रीन पर पॉइंटर को नियंत्रित करती है।

3. ऑप्टिकल माउस(Optical mouse)
इसमें हिलाया जानेेेेेेेेेेेेेेेे वाला कोई भाग नहीं होता और वर्तमान में इसका व्यापक तौर पर उपयोग किया जाता है।
माउस की गति को पहचानने के लिए यह प्रकाश फेंकता है और उसकी संवेदना से कार्य करता है।
इसका उपयोग अत्यधिक सटीकता के साथ लगभग हर सतह पर किया जा सकता है।

✍️ ट्रैकबॉल (Trackball)


इसकी संरचना माउस के समान ही होती है परंतु इसमें बोल नीचे ने होकर ऊपर होती है जिसे घुमाकर प्वाइंटर की दिशा में परिवर्तन करते हैं।
इसका मुख्य के उपयोग कंप्यूटर ऐडेड डिजाइन (कैट) तथा कंप्यूटर ऐडेड मैन्युफैक्चरिंग (कैम) में किया जाता है।

✍️स्टाइलस


यह एक पेन जैसा उपकरण है, जिसका उपयोग टेबलेट, पीसी और पीडीए के साथ किया जाता है।
इसमें किसी स्क्रीन पर इमेज बनाने के लिए दाब का उपयोग किया जाता है।
अक्सर स्टाइलस हाथ की लिखावट पहचानने वाले सॉफ़्वेयर के माध्यम से कंप्यूटर के साथ कार्य करता है और हाथ से लिखे नोटों के ऐसे स्वरूप में परिवर्तित कर देता है जिसे सिस्टम यूनिट प्रोसेस कर सकता है।


✍️टच स्क्रीन (Touch screen)-


कुछ प्रमुख terminal एक सेंसिटिव स्क्रीन रखते हैं, जिसे टच करके कार्य कर सकते हैं।
यह एक विशेष प्रकार का मॉनिटर होता है जिसमें एक पारदर्शी प्लास्टिक की परत होती है।
इस परत के पीछे इंफ्रारेड प्रकाश की आड़ी-तिरछी अदृश्य बीम होती है।
यह व्यवस्था व्यक्ति को अंगुली से स्क्रीन को छूकर हुआ कमांड का चयन करने में समर्थ बनाती है।
इसका अपना कीबोर्ड होता है जो डाटा तथा निर्देशों को मनुष्य के सफ़र से इनपुट कराने की अनुमति प्रदान करता है।
इनका प्रयोग मुख्यतः सार्वजनिक सूचना केंद्रों तथा बैंकों के एटीएम मशीनों में किया जाता है।
मोबाइल की टच स्क्रीन भी एक इनपुट युक्ति है।

⭐ स्कैनिंग उपकरण




✍️ स्कैनर


कंप्यूटर में किसी पृष्ठ पर बनी आकृति या सूचना को सीधे डिजिटल रूप में परिवर्तित करने के लिए इसका उपयोग करते हैं जिसमें यूजर को आकृति या डाटा टाइप नहीं करना पड़ता है।
ऑप्टिकल्स स्कैनर का उपयोग अनेक प्रकार की व्यवसायियो में एक सशक्त उपकरण के रूप में किया जाता है तथा पोर्टेबल स्कैनर का उपयोग वकील और विद्यार्थी, सूचनाओं को रिकॉर्ड करने के लिए एक महत्वपूर्ण शोध उपकरण के रूप में करते हैं।

स्कैनर के मुख्य उदाहरण-
  1. Optical mark reader (OMR)
  2. Optical character reader (OCR)
  3. Magnetic ink character recognition (MICR)


1. Optical mark reader (OMR)-

इसके तहत किसी कागज पर बनाए गए चिन्हों को पहचाना जाता है।
उदाहरण के लिए किसी वस्तुनिष्ठ प्रकार की प्रतियोगिता परीक्षा में पुत्रों को मोटे कागज के एक उत्तर पत्र पर काले वृत्तीय दीर्घ वृत्त बनाकर चिन्हित किया जाता है।
ऑप्टिकल मार्क को पढ़कर यह पहचान कर लेता है कि किस प्रश्न का क्या उत्तर दिया गया है और हजारों जांच मिनटों में सही-सही की जा सकती है।

इसका अन्य उपयोग बारकोड पढ़ने में किया जाता है और कंप्यूटर को भेज देता है।
इनका उपयोग बड़ी दुकानों पर वस्तुओं की कीमत आधी पढ़ने में किया जाता है।
[नोट:- बारकोड में कुछ छोटी-छोटी विभिन्न मोटाई की रेखाएं होती हैं जिसमें सूचनाएं रिकॉर्ड की जाती है।]

2. Optical character reader (OCR)-

यह OMR का कुछ सुधरा हुआ रूप होता है।
यह केवल साधारण तीनों को ही नहीं बल्कि छप्पर गई या हाथ से साफ-साफ लिखे गए अफसरों को भी पढ़ लेता है।
इसका उपयोग पुराने दस्तावेजों को पढ़ने में किया जाता है

3. Magnetic ink character recognition (MICR)-

यह OCR तकनीकी का ही दूसरा रूप है, जिसमें किसी चुंबकीय सही से छापी गई सूचनाओं को पढ़ा जाता है। 
इसमें गलतियां होने की संभावना लगभग शून्य होती है।
इसलिए इसका उपयोग प्राय बैंकों द्वारा चैक, ड्राफ्ट आदि की प्रोसेसिंग या क्लीयरिंग में किया जाता है।



✍️बार-कोड रीडर(Bar-Code Reader)-


ये उपकरण बैंड रीडर या प्लेटफॉर्म्स स्कैनर होते हैं।
बारकोड के द्वारा स्कैन करने या पढ़े जाने वाले फोटोइलेक्ट्रिक सेल होते हैं अथवा उत्पाद के डिब्बों पर लंबवत् जेब़रा पट्टी वाले चिन्ह छपें होते हैं।
लगभग सभी  सुपरमार्केटों में इलेक्ट्रॉनिक कैश रजिस्टर और एक बार कोड प्रणाली यूनिवर्सल प्रोडक्ट कोड (यूपीसी) कहते हैं, का उपयोग किया जाता है।
यह स्कैनर का ही विकल्प है, जिसका उपयोग सुपरमार्केट में मूल्यों तथा डाटा को अपडेट करने के लिए किया जाता है।
बारकोड विविध वस्तुओं के ऊपर बनी है, जिनी पॉइंट ऑफ सेल्स डाटा रिकॉर्डिंग भी कहा जाता है।


⭐इमेज कैप्चरिंग उपकरण


✍️वेबकैम(Webcam)-

 
इशिता द्वारा सीपीयू से जोड़कर या वाईफाई द्वारा इंटरनेट से जोड़कर इनपुट युक्ति के रूप में प्रयोग किया जाता है।
यह सामान्यतः डिजिटल कैमरे की तरह होता है जिसका प्रयोग इंटरनेट की सहायता से दूर स्थित किसी व्यक्ति का फोटो देखने या खींचने या लाइव प्रसारण देखने के लिए किया जाता है।
इस प्रक्रिया में वीडियो कॉलिंग के लिए के लिए दूसरे व्यक्ति के पास भी वेबकैम होना आवश्यक है।

✍️ डिजिटल कैमरे -

इसमें तस्वीरें किसी फिल्म की बजाय एक डिस्क पर है या कैमरे की मेमोरी में रिकॉर्ड की जाती है और उसके बाद कंप्यूटर पर डाउनलोड यस स्थानांतरित की जाती है।
डिजिटल फोटोग्राफ का आदान-प्रदान आसानी से इंटरनेट के द्वारा किया जा सकता है।


⭐ ऑडियो इनपुट उपकरण


✍️माइक्रोफोन (Microphone)-

 
यह आवाज को रिकॉर्ड करने के लिए प्रयोग में लिया जाता है।
यह देखने में सामान्य माइक की तरह होता है।
इसे वॉइस रिकॉग्नाइजर भी कहा जाता है।
इसके माध्यम से सूचना तथा निर्देशों को सीधे बोलकर ही इनपुट करा सकते हैं।

 

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 🗺  ऐतिहासिक संदर्भ(Historical Context)

अरस्तू

🧠   अरस्तू यूनान के दार्शनिक  अरस्तू का जन्म 384 ईसा पूर्व में मेसीडोनिया के स्टेजिरा/स्तातागीर (Stagira) नामक नगर में हुआ था। अरस्तू के पिता निकोमाकस मेसीडोनिया (राजधानी–पेल्ला) के राजा तथा सिकन्दर के पितामह एमण्टस (Amyntas) के मित्र और चिकित्सक थे। माता फैस्टिस गृहणी थी। अन्त में प्लेटो के विद्या मन्दिर (Academy) के शान्त कुंजों में ही आकर आश्रय ग्रहण करता है। प्लेटो की देख-रेख में उसने आठ या बीस वर्ष तक विद्याध्ययन किया। अरस्तू यूनान की अमर गुरु-शिष्य परम्परा का तीसरा सोपान था।  यूनान का दर्शन बीज की तरह सुकरात में आया, लता की भांति प्लेटो में फैला और पुष्प की भाँति अरस्तू में खिल गया। गुरु-शिष्यों की इतनी महान तीन पीढ़ियाँ विश्व इतिहास में बहुत ही कम दृष्टिगोचर होती हैं।  सुकरात महान के आदर्शवादी तथा कवित्वमय शिष्य प्लेटो का यथार्थवादी तथा वैज्ञानिक दृष्टिकोण वाला शिष्य अरस्तू बहुमुखी प्रतिभा का धनी था। मानव जीवन तथा प्रकृति विज्ञान का शायद ही कोई ऐसा पहलू हो, जो उनके चिन्तन से अछूता बचा हो। उसकी इसी प्रतिभा के कारण कोई उसे 'बुद्धिमानों का गुरु' कहता है तो कोई ...

राजस्थान के दुर्ग

  दुर्ग

1726 ईस्वी का राजलेख

1726 ईस्वी का राजलेख इसके तहत कलकात्ता, बंबई तथा मद्रास प्रेसिडेंसीयों के गवर्नर तथा उसकी परिषद को विधि बनाने की शक्ति प्रदान की गई, जो पहले कंपनी के इंग्लैंड स्थित विद्युत बोर्ड को प्राप्त थी।  यह सीमित थी क्योंकि - (1) यह ब्रिटिश विधियों के विपरीत नहीं हो सकती थी। (2) यह तभी प्रभावित होंगी जब इंग्लैंड स्थित कंपनी का निदेशक बोर्ड अनुमोदित कर दे। Charter Act of 1726 AD  Under this, the Governor of Calcutta, Bombay and Madras Presidencies and its Council were empowered to make laws, which was previously with the Company's Electricity Board based in England.  It was limited because -  (1) It could not be contrary to British statutes.  (2) It shall be affected only when the Board of Directors of the England-based company approves.