✍️COVID-19
कोविड-19 (COVID-19) एक प्रकार का संक्रामक रोग है, जो 2019 F1 N1 नोवेल कोरोनावायरस (SARS-CoV-2) के कारण होता है।
इस रोग का पता सबसे पहले चीन के वुहान शहर में 2019 को चला था।
कोरोना वायरस (COVID -19) का प्रकोप तब सामने आया जब 31 दिसंबर, 2019 को चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर में अज्ञात कारण से निमोनिया के मामलों में हुई अत्यधिक वृद्धि के कारण विश्व स्वास्थ्य संगठन को सूचित किया गया।
पहले इस वायरस को SARS-CoV-2 नाम दिया गया, जिसका बाद में COVID-19 नाम से आधिकारिक नामकरण किया गया।
हालांकि तब तक ये पूरी दुनिया में फैल चुका था, जिसका परिणाम 2019–20 वुहान कोरोनावायरस महामारी के रूप में सामने आया।
✍️ लक्षण-
इसकें सामान्य लक्षणों में बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ होना शामिल है।
कुछ मामलों में मांसपेशियों में दर्द, थूक का निर्माण और गले में खराश भी देखने को मिला है। अधिकतर मामलों में हल्के लक्षण ही होते हैं और सिर्फ कुछ मामलों में ये बढ़ कर निमोनिया या कई अंगों के विफल होने तक भी पहुँच जाते हैं।
पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन (Polymerase Chain Reaction-PCR) टेस्ट COVID-19 वायरस के लिये पहला परीक्षण है, जिसके तहत सभी संदिग्ध रोगियों का परीक्षण किया जाता है।
✍️ भारत की कोरोना वायरस वैक्सीन
हाल ही में ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने देश में कोरोना वायरस के विरुद्ध वैक्सीन के सीमित उपयोग के लिये ‘कोविशील्ड’ और ‘कोवैक्सीन’ को मंज़ूरी दी है।
कोविशील्ड (Covishield): यह ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका द्वारा विकसित कोरोना वायरस वैक्सीन को दिया गया नाम है, जिसे तकनीकी रूप से AZD1222 या ChAdOx 1 nCoV-19 कहा जाता है।
कोवैक्सीन (Covaxin): यह भारत की एकमात्र स्वदेशी कोरोना वैक्सीन है, जिसे रोग पैदा करने वाले जीवित सूक्ष्मजीवों को निष्क्रिय कर विकसित किया जाता है।
ZyCoV-D:- भारत बायोटेक के Covaxin के बाद ZyCoV-D दूसरा स्वदेशी टीका है, जो तीन खुराक वाला टीका है - जिसे 0 दिन, 28 दिन और 56वें दिन लगाया जाना है।
जायडस कैडिला की कोरोना वैक्सीन Zycov-D भारत में 12 साल से ऊपर के बच्चों को दी जाएगी। वहीं, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से इसके आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिल गई है।
दुनिया की पहली डीएनए आधारित वैक्सीन
ड्रग 2-deoxy-D-glucose (2-DG):- DRDO-डॉ रेड्डीज के इस ड्रग में एक ग्लूकोज मॉलिक्यूल,2-deoxy-D-glucose (2-DG) का चिकित्सीय उपयोग कोविड के इलाज के लिए होगा.
यह दवा पाउडर के रूप में उपलब्ध होगी जिसका सेवन पानी में घोलकर करना होगा.
DRDO के अनुसार इसे पीने के बाद यह पूरे शरीर में फैल जाता है और कोरोनावायरस से संक्रमित कोशिकाओं पर चुन-चुनकर काम करता है.
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