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पादपों में पोषण

पादपों में पोषण


पोषण - सजीवोंं द्वारा अपने स्वास्थ्य एवं शरीर की वृद्धि एवं विकास के लिए भोजन के रूप में आवश्यक पोषक तत्वों को ग्रहण करने की प्रक्रिया को पोषण कहते हैं।

पोषक तत्व- सजीवों को अपने स्वास्थ्य एवं शरीर की वृद्धि एवं विकास के लिए आवश्यक तत्व ।

पौधों में पोषक तत्व
पौधे अपना पोषण मृदा में उपस्थित पोषक पदार्थों से प्राप्त करते हैं जो दो प्रकार के होते हैं-
1. वृहत् मात्रिक पोषक तत्व ( macron nutrients) - पौधों को इनकी ज्यादा मात्रा में आवश्यकता होती है। इनमें उत्तकों कि मात्र 0.2% से 4% तक पाई जाती है। ये मात्रा के आधार पर दो प्रकार के होते हैं-
(अ) प्राथमिक पोषक तत्व - नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम आदि।
(ब) द्वितीय पोषक तत्व - कैल्शियम, मैग्नीशियम, गंधक आदि।

2. सूक्ष्म मात्रिक पोषक तत्व (micro nutrients) - पौधों को इनकी अत्यंत अल्प मात्रा में आवश्यकता होती है। इनमें ऊतकों की उपस्थिति 0.2% से कम पाई जाती है। उदाहरण-जिंक, तांबा, मैगनीज, लोहा, बोरान, क्लोरीन आदि।

नोट:-पौधों को C, H व O पोषक तत्व सामान्यता वातावरण से जल व वायु में उपस्थित CO2 के रूप में प्राप्त होते हैं।

पोषण के आधार पर पादप -
(अ) स्वपोषी
(ब) परजीवी
(स) कीटभक्षी
(द) मृतजीवी
(च) सहजीवी


अ. स्वपोषी - जो पौधे सूर्य के प्रकाश से अपना भोजन स्वयं बनाते हैं, स्वपोषी कहलाते हैं तथा यह विधि स्वपोषण कहलाती है।

पादपों में भोजन निर्माण पत्तियों में होता है।
पत्तियों की स्तर पर रंध्र होते हैं , जो कोशिकाओं से घिरे रहते हैं।
वायु में उपस्थित CO2 पत्तियों में प्रवेश करती है।
पत्तियों को भोजन बनाने हेतु सूर्य का प्रकाश, जल, कार्बन डाइऑक्साइड एवं खनिज लवणों की आवश्यकता होती है।
जड़े मिट्टी से खनिज लवणों तथा जल का अवशोषण करती है, जो तने में स्थित नली के समान वाहिकाओं के द्वारा पत्तियों तक पहुंचते हैं।
पत्तियों में हरे रंग का वर्णक पाया जाता है, जिसे पर्ण-हरित कहते हैं।
क्लोरोफिल, सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को संग्रहित करता है, जिससे पत्तियां भोजन का निर्माण करती है।

प्रकाश संश्लेषण
क्लोरोफिल युक्त कोशिकाएं सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में जल एवं कार्बन डाइऑक्साइड के द्वारा अपना भोजन स्वयं बनाती है, इस प्रक्रिया को प्रकाश संश्लेषण करते हैं।



नोट:- घटपर्णी पादप में पत्ती रूपांतरित होकर घड़े रूपी संरचना में बदल जाती है तथा पत्ते का शीर्षक ढक्कन का काम करता है।

नोट:- स्टार्च परीक्षण - स्टार्च आयोडीन से क्रिया कर नीला रंग प्रदान करता है, यह प्रक्रिया स्टार परीक्षण कहलाती है।

ब. परजीवी- जो जीव अपना भोजन अन्य पादपों या वृक्षों से प्राप्त करते हैं, परजीवी कहलाते हैं। इनमें क्लोरोफिल नहीं पाया जाता है। उदाहरण- अमरबेल (Cuscuta)

स. कीटभक्षी - ये किटों को पकड़ कर उन्हें पचा लेते हैं। यह दलदली क्षेत्र में पाए जाते हैं, जहां नाइट्रोजन की अपर्याप्त मात्रा होती है।  ये कीटों से नाइट्रोजन प्राप्त करते हैं। उदाहरण - ड्रोसेरा, डायोनिया, यूट्रीकुलेरिया, घटपर्णी पादप आदि।

द. मृतजीवी - वे पादत जो मृत एवं सड़ी गली वस्तुओं से पोषण प्राप्त करते हैं। यह पदक इन वस्तुओं पर एंजाइम (पाचक रस) स्रावित करते हैं,जो इन्हें विलियन में बदल देता है तथा जिनसे यह पोषक तत्व अवशोषित कर अपना विकास करते हैं। उदाहरण-फफूंद/कवक (म्यूकर, एगोरिस आदि)

च. सहजीवी - वह जीव जो साथ-साथ रहकर भोजन, जल, पोषक तत्व, रहने का स्थान आपस में बॉंटते हैं, सहजीवी कहलाते हैं। उदाहरण- लाइकेन (यह कवक व शैवाल के साथ-साथ रहते हैं) (कवक में क्लोरोफिल नहीं होता है। यह शैवाल को रहने का स्थान, जल व अन्य पोषक तत्व उपलब्ध कराता है। जबकि शैवाल कवक को प्रकाश संश्लेषण से भोजन तैयार करके देता है। शैवाल में क्लोरोफिल उपस्थित होता है।


Nutrition in plants



 Nutrition - Nutrition is the process of living organisms consuming essential nutrients in the form of food for the growth and development of their body.


 Nutrients - Essential elements for the growth and development of your health and body by living organisms.


 Nutrients in plants

 Plants get their nutrition from the nutrients present in the soil, which are of two types -

 1. Macron nutrients - Plants require very big amounts of these.  Of these, only 0.2% to 4% of the tissues are found.  They are of two types depending on the quantity -

 (A) Primary nutrients - nitrogen, phosphorus, potassium etc.

 (B) Second nutrient - calcium, magnesium, sulfur etc.



 2. Micro nutrients - Plants require very small amounts of these.  The presence of tissues in these is found to be less than 0.2%.  Examples - zinc, copper, manganese, iron, boron, chlorine etc.


 Note: - C, H and O nutrients are normally obtained from the atmosphere in the form of CO2 present in water and air.


 Plants based on nutrition

 (A) autotrophic

 (B) parasitic

 (C) insectivorous

 (D) saprophyte

 (E) symbiotic





 A.  Autotrophic - The plants that make their own food from the sunlight are called autotrophs and this method is called autotrophs.


 Food production in plants occurs in the leaves.

 There are stomata at the level of the leaves, which are surrounded by cells.

 CO2 in the air enters the leaves.

 Sunlight, water, carbon dioxide and mineral salts are required to make leaves a food.

 The soil absorbs mineral salts and water from the soil, which reaches the leaves through duct-like vessels located in the stem.

 Green pigment is found in the leaves, which is called foliage.

 Chlorophyll stores the energy of sunlight, from which the leaves form food.


 Photosynthesis

 Chlorophyll-containing cells make their own food through water and carbon dioxide in the presence of sunlight, which photosynthesizes the process.






 Note: - In Ghataparni plant, the leaf is transformed into a pitcher structure and the title of the leaf acts as a lid.


 Note: - Starch test - Starch reacts with iodine to give blue color, this process is called star test.


 B.  Parasitic - Organisms that get their food from other plants or trees are called parasites.  Chlorophyll is not found in them.  Example- Cuscuta


 C.  Insectivorous. - These hold the kits and digest them.  They are found in marshy areas, where there is insufficient amount of nitrogen.  They get nitrogen from insects.  Examples - Drosera, Dionia, Utricularia, Ghatparni plant etc.


 D.  saprophyte - plants that get nutrition from dead and rotten street items.  These medals secrete enzymes (digestive juices) on these items, which convert them into villian and from which they absorb nutrients and develop themselves.  Examples- Fungi / fungi (Mucor, Egoris etc.)


 E.  Symbiotic - The organisms that live together and share food, water, nutrients, living space, are called symbiotic.  Examples- Lichen (it coexists with fungi and algae) (The fungus does not contain chlorophyll. It provides the algae with a place to live, water and other nutrients. While algae prepare the food by photosynthesizing the fungi  Chlorophyll is present in algae.

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